हत्या में शामिल महेन्द्र की ब्लाक प्रमुख की हत्या के बाद कर दी गई हत्या

शूटर समेत दो के पकड़े जाने के बाद पुलिस चंडीगढ़ पर केन्द्रित

ALLAHABAD: पूर्व ब्लाक प्रमुख व बसपा नेता मो। शमी हत्याकांड को अंजाम देने में कुल पांच लोग शामिल थे। मो। शमी को इतनी ही गोलियां मारी गई थीं। हत्याकांड के एक आरोपी की हत्या हो चुकी है जबकि सूत्रों के अनुसार दो पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। इनसे मिली जानकारी के आधार पर बाकी दोनों चिन्हित हुए तो एक की लोकेशन चंडीगढ़ में मिली है। अब पुलिस वहां घेराबंदी में जुटी है। संभावना जताई जा रही है कि पुलिस जल्द घटना का खुलासा कर सकती है।

कारण पर अब भी पड़ा है पर्दा

मो। शमी की हत्या क्यों? और किस कारण से की गई? यह राज सामने आना अभी बाकी है। यह जानने के लिए प्रतापगढ़ से पकड़े गए विमल और रोहित सिंह से पूछताछ जारी है। सूत्रों का कहना है कि विमल का इस्तेमाल शूटर के तौर पर किया गया और रोहित सिंह ने विमल और सुपारी देने वाले के बीच इमीडिएट की भूमिका निभाई थी। पुलिस सुपारी देने वाले शख्स की तलाश में दूसरे प्रदेश में तलाश कर रही है। पुलिस को उसकी लोकेशन चंड़ीगढ़ मिली है। बता दें कि 19 मार्च की रात मो। शमी की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब वह मऊआइमा थाना क्षेत्र के दुबाही गांव से शहर के रसूलाबाद आने के लिए निकलने की तैयारी में थे।

हत्या के बाद साथी की भी हत्या

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूर्व ब्लाक प्रमुख मो। शमी की हत्या में कुल पांच लोग शामिल थे। हत्या में शामिल महेन्द्र नामक एक अपराधी की मो। शमी हत्याकांड के कुछ दिनों बाद ही हत्या कर दी गई। इस मामले में प्रतापगढ़ पुलिस ने इकबाल नाम व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार इकबाल, मो शमी का करीबी है। पुलिस इस एंगल पर भी काम कर रही है। अभी तक जो सूचनाएं इकट्ठा हुई हैं उसके मुताबिक मो शमी की हत्या सुधीर नामक शख्स के इशारे पर राज कुमार मौर्या ने अंजाम दिलायी है। पुलिस इन दोनों शख्स की तलाश कर रही है। राज कुमार की लोकेशन इस टाइम चंड़ीगढ़ बताई जा रही है।

पुलिस घटना का खुलासा करने के लिए काम कर रही है। कुछ महत्वपूर्ण तथ्य पता चले हैं। उम्मीद है कि सभी आरोपी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।

शलभ माथुर, एसएसपी, इलाहाबाद