यूपी बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर व एमएलसी वासुदेव यादव की तैनाती की विजलेंस ने मांगी रिपोर्ट

ALLAHABAD: शिक्षा विभाग में रहते हुए अपने पावर और तत्कालीन सरकार में ऊंची पहुंच के दम पर कुछ भी करने में सक्षम यूपी बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर व मौजूदा एमएलसी वासुदेव यादव पर विजलेंस की टीम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायत की जांच में जुटी एसपी विजलेंस की टीम ने शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों से एमएलसी वासुदेव यादव की अपर शिक्षा निदेशक के पद पर रहते हुए सेवाकाल का सम्पूर्ण वेतन, एरियर्स व समस्त कटौतियों का ब्योरा मांगा है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार यादव ने पत्र भेजकर प्रारूप के अनुसार डिटेल मांगी है। इस संबंध में लास्ट मंथ 31 अक्टूबर को पत्र शिक्षा निदेशालय को भेजा गया है।

छह साल का मांगा है ब्योरा

समाजवादी पार्टी की सरकार में सत्ता के सबसे करीब माने जाने वाले पूर्व अधिकारी वासुदेव यादव के संबंध में फिलहाल छह साल का रिकार्ड मांगा गया है। वर्ष 2007-13 तक अपर शिक्षा निदेशक (महिला), शिक्षा निदेशालय के पद पर रहते हुए उनके सभी प्रकार के आर्थिक मामलों की जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि आय से अधिक सम्पत्ति को लेकर एमएलसी वासुदेव यादव की शिकायत की गई थी। सत्ता परिवर्तन के बाद जांच ने तेजी पकड़ी है।