मंगलवार को पर्चा लीक के बाद हुए उपद्रव के बाद किया गया था गिरफ्तार

पीसीएस मेंस परीक्षा 2017 में मंगलवार को सामान्य हिंदी के स्थान पर हिंदी निबंध का पेपर बांट दिये जाने के बाद हुए उपद्रव के बाद गिरफ्तार की गयीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष व सपा नेता रिचा सिंह को शुक्रवार को प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जमानत दे दी। कोर्ट ने उन्हें 30-30 हजार रुपये की दो जमानत और इतनी ही धनराशि का मुचलका पेश करने का आदेश दिया है।

सात को मिली थी थाने से जमानत

मंगलवार की शाम उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने दिन भर धरना देने व प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगी छात्रों ने शाम को सम्पूर्ण परीक्षा निरस्त न होने पर उपद्रव पर उतर आये थे। एक सरकारी बस में आग लगाये जाने के बाद पुलिस सख्त हो गयी और धरना देने वालों को खदेड़ने के बाद कुल आठ लोगों को हिरासत में ले लिया था। इसमें रिचा सिंह समेत चार महिलाएं व चार पुरुष थे। सभी के खिलाफ बलवा का मुकदमा दर्ज किया गया था। रिचा के अलावा बंद किये गये सात अन्य को पीसीएस का मेंस देना था। इस आधार पर पुलिस ने सभी को थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया था। बुधवार को अकेले रिचा को जेल भेजा गया था। शुक्रवार को रिचा की तरफ से कोर्ट में तर्क दिया गया कि पुलिस ने उन्हें जानबूझ कर फंसाया है।