एसबीआई कचहरी रोड द्वारा भेजी गई फेक करेंजी आरबीआई ने पकड़ा

प्रबंधक दावा अनुभाग निर्गम की तहरीर पर कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। भेजे गए पत्र के जरिए कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक में अन्य बैंकों की करेंसी चेस्ट शाखाओं से प्राप्त होने वाले प्रेषण में जाली नोट अधिक संख्या में मिल रही है। जाली नोट का मुद्रण एवं परिचालन भारतीय दण्ड संहिता की धारा 489-ए व 489-ई तक के तहत अपराध करार दिया गया है। जिन बैंकों की शाखाओं या चेस्ट के प्रेषण में जाली नोट पायी जाती है, उसके विरुद्ध आरबीआई द्वारा केस दर्ज कराए जाते हैं। भारतीय स्टेट बैंक कचहरी रोड प्रयागराज के मुद्रा तिजोरी के प्रेषण में आरबीआई द्वारा जाली नोट पकड़ा गया। बैंक द्वारा भेजे गए रुपयों में नकली नोट मिलने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। बरामद जाली नोट को मुकदमा दर्ज करने के लिए बतौर सुबूत जिले में पुलिस के शीर्ष अफसर को भेजा गया। दावा अनुभाग निर्गम विभाग के प्रबंधक प्रवीण पिंजली द्वारा भेजे गए पत्र को संज्ञान लेते हुए कर्नलगंज पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश शीर्ष अफसरों द्वारा दिया गया। विभाग के आला अफसर के निर्देश व दावा अनुभाग निर्गम विभाग के प्रबंधक प्रवीण पिंजली द्वारा भेजे गए लेटर के आधार पर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक दर्ज किए गए मुकदमें भारतीय स्टेट बैंक कचहरी रोड के कर्मचारी नाम पता अज्ञात आरोपित हैं। आरबीआई द्वारा पकड़ी गई जाली करेंसी में एक नोट दो हजार व 100-100 की चार नोटें शामिल हैं। केस दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।

प्रबंधक दावा अनुभाग निर्गम विभाग महात्मा गांधी मार्ग कानपुर द्वारा प्रकरण से सम्बंधित लेटर यहां शीर्ष अफसरों को भेजा गया था। अधिकारियों के आदेश पर उस लेटर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरबीआई को भेजी गई करेंसी में नकली नोट कैसे गई अब यह जांच और पूछताछ के बाद क्लियर होगा।

राम मोहन राय थाना प्रभारी कर्नलगंज