राष्ट्रीय पशु एवं डेयरी विकास परिषद नामक फेक संस्था बनाकर कर रहे थे रिक्रूटमेंट

प्रदेश भर में फैला था जाल, सरकारी नौकरी के नाम पर कर रहे थे मोटी वसूली

गैंग के दो सदस्य प्रयागराज में पकड़े गये, शिवकुटी स्थित ऑफिस सील

PRAYAGRAJ: ये सपने का सौदा कर रहे थे। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को ठग रहे थे। करीब पचास लोगों को चूना लगा भी चुके थे। शुक्रवार को यह सनसनीखेज खुलासा हुआ। गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। एक सदस्य लखनऊ में पकड़ा गया। इसके बाद प्रदेशभर में फैले इस रैकेट का पर्दाफाश हुआ। पुलिस गिरफ्तार युवकों से ठगी का शिकार बने युवकों का डिटेल जुटाने के साथ ही फर्जी बोर्ड बनाकर रिक्रूटमेंट करने वालों के गिरोह का नेटवर्क पता लगाने में जुटी है।

प्रदेश के कई जिलों में फैला नेटवर्क

सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वालों ने राष्ट्रीय पशु एवं डेयरी विकास परिषद नामक संस्था बना रखी थी। पुलिस के अनुसार इस संगठन का कार्यालय प्रदेश भर में खोला गया था। युवकों को ठगने के लिए उन्होंने अपने ऑफिस को हाई फाई बना रखा था। संस्था के लेटर हेड पर भारत सरकार का उपक्रम जैसे शब्द का इस्तेमाल किया गया था ताकि युवकों को आराम से झांसा दिया जा सके। ये शाखा प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, पशुधन अधिकारी, पशुधन निरीक्षक समेत कई पोस्ट पर पर भर्ती कराने का ठेका ले रहे थे। कुछ लोगों को पैसा लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी इश्यू कर दिया था। एसटीएफ ने शिवकुटी स्थित इस ऑफिस को सील कर दिया है।

प्रतापगढ़ का है एक शातिर

स्पेशल टास्क फोर्स को खबर मिली थी कि कुछ जालसाज सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कई शहरों में ऑफिस खोलकर लाखों रुपए की ठगी कर रहे हैं। इस पर एसटीएफ इंस्पेक्टर केशव चंद्र राय व अतुल सिंह टीम के साथ शुक्रवार को स्टैनली रोड पर स्थित हाईटेक कार्यालय में छापा मारने पहुंचे। एसटीएफ की इस कार्रवाई में फ्राड गैंग का चेहरा बेनकाब हो गया। आरोपित मदन कुमार पुत्र भगौती दीन निवासी उदापुर जेठवारा प्रतापगढ़ व हेमंत बनर्जी पुत्र केसी बनर्जी निवासी देवोग्राम ननूर बीरभूमि पश्चिम बंगाल को मौके से उठा लिया गया। ऑफिस में मिली आपत्तिजनक सामग्री को जब्त कर लिया गया।

कई फेक एप्वाइंटमेंट लेटर बरामद

एसटीएफ ने बताया कि कार्यालय से कौशांबी, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, कानपुर आदि शहरों का पशुधन अधिकारी, पशुधन निरीक्षक, शाखा प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, कार्यालय सहायक, क्लर्क आदि के फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद हुए हैं। एसटीएफ ने कार्यालय को सील कर एसएसपी अतुल शर्मा को जानकारी दी। सीओ नवेन्दु कुमार ने बताया कि जालसाजों ने प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में कार्यालय खोल सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की है। शिवकुटी स्थित कार्यालय से 22 लोगों को नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपए की वसूली किए थे। गिरोह का सरगना वरिष्ठ तिवारी को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ ने लखनऊ में दर्जनों लोगों को अपने जाल में फंसा कर नियुक्ति पत्र दिया और लाखों रुपए की वसूली की है। शिवकुटी थाने में भी आठ लाख रुपए ठगी करने का मामला दर्ज है।

बरामदगी

राष्ट्रीय पशु एवं डेयरी विकास परिषद भारत सरकार का उपक्रम लिखा लेटर हेड

आइडी कार्ड

विभिन्न विभागों के फर्जी लेटर पैड

लेटर हेड

नियुक्ति पत्र

नौ कंप्यूटर

प्रिंटर

परीक्षा, इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर

लैपटाप, सीडी व फेक नियुक्ति पत्र

युवाओं को सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर यह गैंग ठगने में लगा था। इनका ऑफिस सील कर दिया गया है। पकड़े गये दोनों सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।

नवेन्दु सिंह

सीओ, एसटीएफ, प्रयागराज युनिट