डॉ। मुखर्जी की मौत से डॉक्टर्स के बीच छाई शोक की लहर

कटरा रामलीला कमेटी के पूर्व महामंत्री की भी संक्रमण से गई जान

विश्व स्वास्थ्य दिवस शहर के डॉक्टर्स को कड़वी याद देकर गया है। बुधवार को शहर के मशहूर फिजीशियन डॉ। मिलन मुखर्जी की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर डॉक्टर्स में शोक की लहर छाई गई। वह 78 साल के के थे और लखनऊ के सरदार पटेल इंस्टीट्यूट में उनका इलाज चल रहा था। वह अपनी प्रतिभा और मृदुल व्यवहार के लिए प्रयागराज सहित आसपास के जिले में विख्यात थे।

अक्टूबर में गए थे लखनऊ

परिजनों ने बताया कि डॉ। मुखर्जी को पिछले साल यूटीआई यानी पेशाब में इंफेक्शन की शिकायत हो गई थी। इसके लिए उन्हें अक्टूबर में लखनऊ ले जाया गया था। तब से उनका वही इलाज चल रहा था। एक सप्ताह पहले उन्हें बुखार हुआ था। जांच कराने पर मंगलवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। इससे परिजन परेशान हेा गए।

एसजीपीजीआई में नही था बेड

ऐसे में परिजन उन्हें लेकर लखनऊ के एसजीपीजीआई गए लेकिन वहां सभी बेड फुल होने की वजह से उन्हें भर्ती नही किया जा सका। बुधवार को दिन में 11 बजे उनकी संक्रमण से मौत हो गई। वह मूल रूप से प्रयागराज के निवासी थे। उन्होंने 1967 में एमबीबीएस कम्प्लीट किया था और वह बालसन चौराहा के पास अपनी क्लीनिक चलाते थे। हीरा हलवाई चौराहा के पास विनायक अपार्टमेंट में फ्लैट लेकर रह रहे थे। परिजनों ने बताया कि डॉ। मुखर्जी का अंतिम संस्कार लखनऊ में ही किया जाएगा। उनकी मौत से एएमए और नर्सिग होम एसोसिएशन आदि संगठनों ने शोक व्यक्त किया है। बता दें कि डॉ। मुखर्जी लंबे समय तक प्रयाग संगीत समिति के अध्यक्ष पद पर भी रहे।

पूर्व महामंत्री का कोरोना से निधन

इसी क्रम में कटरा रामलीला कमेटी के पूर्व महामंत्री मोहन लाल अग्रवाल का कोरोना से निधन हो गया। वह एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती थे और तबियत में सुधार नही होने पर परिजन उन्हें दिल्ली ले जा रहे थे। रास्ते में मथुरा के पास ही उनका निधन हो गया। वह कमेटी के कोषाध्यक्ष व महामंत्री पद पर 2017 तक कार्यरत रहे। शोकसभा बुधवार को संस्था के सभा भवन में अध्यक्ष सुधीर गुप्ता के नेतृत्व में हुई। संचालन गोपाल बाबू जायसवाल ने किया। उन्होंने बताया कि स्व। अग्रवाल कटरा व्यापारी संघ के पूर्व महामंत्री व राजनीतिक परिदृश्य में अपनी पहचान रखते थे। अध्यक्ष ने उनके निधन को अपूर्णनीय क्षति बताया है। मौके पर शंकरलाल चौरसिया, मयंक अग्रवाल, विनोद कुमार केसरवानी, राकेश चौरसिया, महेंद्र चंद्र गुप्ता आदि उपस्थित रहे। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर स्व। अग्रवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।