प्रयागराज ब्यूरो । एक तो बेतहाशा गर्मी ऊपर से पानी की किल्लत लोगों की दिनचर्या पर भारी पड़ रही है। पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहल्ले के लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। सुबह होते ही बाल्टी लेकर लोग पानी भरने के लिए निकल पड़ते हैं। करीब पांच सौ मीटर की दूरी से पानी भरकर घर लाने में लोगों को पसीना बहाना पड़ रहा है। बावजूद इसके जलकल विभाग के जिम्मेदार लोगों की इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अफसरों की उपेक्षा और यह समस्या शिवकुटी के चिल्ला मोहल्ले में मलिन बस्ती है। मोहल्ले के मलिन बस्ती के नाम पर मत जाइए। इस बस्ती में मीडियम क्लास के लोगों का आशियाना है। सभी परेशान हैं तो हफ्ते भर से पानी के लिए।

बाल्टी लेकर लगा रहे दौड़
शिवकुटी चिल्ला मलिन बस्ती के नाम से चर्चित इस मोहल्ले में मीडियम क्लास के सैकड़ों परिवार रहते हैं। यहां के लोग बताते हैं कि करीब एक हफ्ते से इस बस्ती में पानी का घोर संकट है। पाइप लाइन बिछाई गई है। लोगों के घरों में कनेक्शन भी है। एक हफ्ते के पूर्व किसी सूरत धीमी गति से ही सही पानी मिल जाया करता था। बाल्टी देर से भरती थी पर काम चल जाता था। मगर इधर हफ्ते भर से वह सप्लाई भी बंद हो गई है। एक तो उमस भरी बेतहासा गर्मी, ऊपर से पानी का संकट लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। हालात यह है कि पीने तक के लिए पानी पांच से छह सौ मीटर दूर से भरकर लाना पड़ रहा है। सुबह होते ही बस्ती से दूर स्थित एक सप्लाई वाले नल पर पानी भरने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है। यही एक नल करीब सौ घरों में रहने वालों की प्यास बुझा रहा है।

मोहल्ले में पानी की समस्या इस गर्मी में किसी सजा से कम नहीं महसूस हो रही है। सिर्फ पीने के लिए ही नहीं, नहाने और कपड़ा धोने व खाना बनाने तक के लिए दूर से पानी लाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा समस्या को लेकर की गई शिकायत के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कुंती देवी, शिवकुटी चिल्ला

जलकल विभाग हर महीने वाटर टैक्स की पर्ची भेज देता है। मगर पानी लोगों को मिल रहा कि यह देखने के लिए कोई नहीं आता है। मोहल्ले में पानी के संकट से जूझ रहे हम लोग काफी परेशान हैं। पानी काफी दूर से लाना पड़ता है। जहां से पानी लाते हैं उस वह सप्लाई का नल काफी दूर है। चाहते यही हैं कि समस्या का निदान जल्द से जल्द हो जाय।
विमला देवी, शिवकुटी चिल्ला

पानी की पाइप तो बिछाई गई है। लोगों के घरों में कनेक्शन भी है। पहले तो किसी तरह लो फ्लोर्स में पानी मिल भी जाता था। इधर एक हफ्ते से वह पानी भी नहीं मिल रहा है। अब पाइप में दिक्कत है या बात कुछ और है? यह हम नहीं बता सकते। गर्मी में बगैर पानी के यहां जीना दुश्वार हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे बेचारे इस धूप और गर्मी में बाल्टी-बाल्टी पानी भरकर लाने के लिए विवश हैं।
सीमा देवी, शिवकुटी चिल्ला

साहब पानी के लिए सबसे ज्यादा परेशान तो हम महिलाओं व बच्चों को ही होना पड़ रहा है। क्योंकि मोहल्ले के पुरुष तो सुबह किसी पानी लाकर नहाने के बाद काम धंधे व ड्यूटी पर चले जाते हैं। बाकी सारा काम तो हम महिलाओं को ही करना पड़ता है। अब काम करना है तो पानी भरकर लाना ही पड़ेगा। इस लिए मजबूरन छोटे-छोटे बच्चों का भी पानी लाने में सहारा लेना पड़ता है।
अंशू देवी, शिवकुटी चिल्ला

एक बात यह समझ में नहीं आती कि जब हर महीने विभाग वाटर टैक्स लेता है तो समस्या खुद से क्यों नहीं देखता। कोई तो विभाग का आदमी क्षेत्र में होगा ही जिसे हमारी समस्या के बारे में पता होगा। यदि नहीं है तो यह भी गलत है। हम तो पानी का विभाग को पैसा देते हैं, तो सुविधा देनी चाहिए। एक हफ्ते से पानी भरते-भरते हाथ में छाले पड़ जा रही हैं। साहब समस्या किससे कहें कि समाप्त हो जाय।
अनीता देवी, शिवकुटी चिल्ला



शिवकुटी के चिल्ला मुहल्ले में पेयजल की समस्या की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो 24 घंटे के भीतर समस्या को समाप्त किया जाएगा।
- कुमार गौरव, महाप्रबंधक जलकल