प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सरकार से मिल रही पेंशन को देने से इंकार करने पर कलयुगी पुत्र वृद्ध 78 वर्षीय पिता सूर्य भान सिंह की जान का दुश्मन बन गया। बरामदे में सोते वक्त रिटायर्ड शिक्षक पिता की वह नुकीले औजार से गोंदकर हत्या कर दिया। बिस्तर पर सो रहे पिता का बेरहमी से खून करने के बाद वह दबे पांव घर से भाग निकला। सोमवार सुबह खून से लथपथ वृद्ध की बॉडी को देखकर परिवार के लोग सन्नाटे में आ गए। सुबह-सुबह रिटायर्ड शिक्षक के घर मातम की गूंज को सुनकर पड़ोसियों की भीड़ लग गई। हत्या की इस सनसनीखेज वारदात को देखकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। लोगों के द्वारा कत्ल की जानकारी पुलिस को दी गई। खबर पाते ही थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन और पूछताछ के बाद पुलिस के द्वारा फोरेंसिक और डॉक स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया। गहन तफ्तीश के उपरांत उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। वृद्ध के छोटे बेटे नरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ सुनील के जरिए भाई दुर्गेश प्रताप सिंह के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई। कत्ल की यह वारदात मऊआईमा थाना क्षेत्र स्थित सिसई सिपाह गांव में रविवार की देर रात हुई।

छोटे पुत्र ने दी भाई के विरुद्ध तहरीर
सिसई सिपाह निवासी वृद्ध सूर्य भान सिंह लहटी बाजार स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद से 2008 में रिटायर हुए थे। बताते हैं कि उनके चार बेटे और दो बेटियां हैं। शादी के बाद बेटियां ससुराल चली गईं और बेटे हिस्सा बांट करके एक दूसरे से अलग रहने लगे। पत्नी तारा सिंह की मौत के बाद सूर्यभान परिवार संग एकाकी जीवन जीने लगे। सरकार से उन्हें करीब 35 हजार रुपये पेंशन मिल रही थी। चार बेटों में सबसे बड़े सत्येंद्र प्रताप सिंह उनके दत्तक पुत्र बताए जाते हैं। वह परिवार संग शहर के गोविंदपुर में रहकर वकालत करते हैं। जीतेंद्र प्रताप सिंह प्राइवेट शिक्षक है और दुर्गेश प्रताप सिंह उर्फ दिनेश सिसई सिपाह में चौराहे पर इलेक्ट्रानिक की दुकान खोल रखा है। रिटायर्ड शिक्षक सबसे छोटे बेटे नरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ सुनील के साथ रहता था। चूंकि सूर्यभान बेटे नरेंद्र के साथ ही रहते और खाते पीते थे इस लिए पेंशन भी उसी को दिया करते थे। पुलिस के मुताबिक दुर्गेश अपनी बेटियों की शादी किया था। वह पिता से यह कहकर उसकी पेंशन मांग रहा था कि बेटी की शादी में वे कर्जदार हो गया है। बेटे दुर्गेश को रिटायर्ड वृद्ध शिक्षक सूर्यभान सिंह पेंशन देने से इंकार कर दिया था। बस यहीं से उसका बेटा दुर्गेश उसकी जान का दुश्मन बन गया था। दुश्मनी भी ऐसी कि वह पिता के खून का प्यासा हो गया।

सीधे सीने पर किया वार
रविवार रात चैनल लगे बरामदे में सूर्यभान सिंह सो रहे थे। आरोप है कि इसी बीच दुर्गेश उसके सीने में किसी नुकीली चीज से एक के बाद कई वार किया। इससे वृद्ध की मौके बिस्तर पर ही मौत हो गई। कत्ल के बाद वह मौके से रात में ही भाग निकला। सोमवार को मृतक के सबसे छोटे बेटे नरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ सुनील के द्वारा भाई दुर्गेश के खिलाफ पिता के कत्ल की तहरीर दी। तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई है। देर शाम तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।

सिर व चेहरे पर किया था प्रहार
हत्यारोपित दुर्गेश प्रताप सिंह अपने पिता सूर्यभान सिंह की मौत कंफर्म करने का पूरा प्लान बना चुका था। यही वजह है कि वह सारे वार वृद्ध पिता के सिर व चेहरे पर ही किया था। उसे मालूम था कि सिर और चेहरे पर किए गए वार से वह किसी भी सूरत में बच नहीं पाएगा। ऐसा करने से उसकी मौत सुनिश्चित हो जाएगी। बेटे के द्वारा पिता की हत्या को लेकर पूरा गांव स्तब्ध रहा।

कातिल और कत्ल के कारण का पता चल चुका है। कातिल वृद्ध का बेटा ही है। छोटे बेटे के द्वारा दी गई तहरीर पर आरोपित उसके भाई के खिलाफ तहरीर दर्ज करके तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा।
सुरेश सिंह थाना प्रभारी मऊआइमा