ड्राइविंग सेंटर ट्रैक पर फोर व्हीलर परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए छूट रहा पसीना

तीन दिनों में 24 आवेदक हो गये कार ड्राइव में फेल, अब फिर से देना होगा टेस्ट

कार चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस का होना जरूरी है। यह बात सभी को मालूम है। यहां तक की कार सीखने के लिए भी लोगों को लर्निग लाइसेंस लेना होता है। इसीलिए लर्निग लाइसेंस की वैधता छह महीने की दी जाती है। ताकि लोग छह महीने के अंदर फोर व्हीलर चलाना सीख लें, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है। जो बिना सीखे ही परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए नए ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट पहुंच रहे हैं। ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर स्टेरिंग पकड़ते ही लोग भूल जाने का बहाना कर रहे है। अब फेल होने के आंकड़े भी सामने आने लगे है। जबकि पहले सभी लोग पास हो जाते थे।

परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की बढ़ी मुश्किलें

नैनी स्थित नए ड्राइविंग इंस्टीटयूट खुलने के बाद से परमानेंट लाइसेंस बनवाने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। लोगों को अंदाज भी नहीं था कि बकायदा ड्राइविंग ट्रैक पर गाड़ी चलाने के बाद पास किया जाएगा। ऐसे में रोजाना आधा दर्जन से अधिक लोग फेल हो रहे है। जबकि पुराने सिस्टम के तहत कोई व्यक्ति फेल नहीं होता था। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले लोगों का ड्राइविंग ट्रैक पर गाड़ी चलाकर टेस्ट लिया जा रहा है। टेस्ट में पास होने के बाद ही परमानेंट लाइसेंस जारी हो रहा है। कुछ लोग ऐसे भी मिले। जिनको गाड़ी चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना रहे है। बल्कि आईडी प्रूफ के लिए बनवा रहे है। यह बात तब सामने आई। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने फेल होने वाले आधा दर्जन से अधिक आवेदकों से बातचीत की।

केस वन

कोरांव एरिया से परमानेंट लाइसेंस बनवाने पहुंचे रवि शंकर ने दो दिन से गाड़ी न चलाने पर गेयर डालना भूलने का बहाना कर रहे थे। जिसपर उनको फेल कर दिया गया। काफी जुगाड़ लगाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी एक भी नहीं चली।

केस 02

फाफामऊ से परमानेंट लाइसेंस बनवाने पहुंचे गणेश प्रसाद ने गाड़ी का स्टेरिंग पकड़ने से पहले ही न चलाने की बात कहीं। उनका कहना था कि उनको आईडी प्रूफ के लिए सिर्फ लाइसेंस चाहिए था। जिसपर उनको भी फेल कर दिया गया।

केस 03

तेलियरगंज एरिया से हरी सागर परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंचे थे। उनको बाइक तक नहीं चलाना नहीं आता था। उनका कहना था कि सिर्फ शौक के लिए बनवा रहा हूं। जब वक्त आयेगा। तब सीख लूंगा। उनको भी फेल कर दिया गया।

केस 04

नैनी के एडीए कॉलोनी से परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंचे गोविंद ने दो पहिया वाहन तो चलाकर दिखा दिया, लेकिन चार पहिया चलाते वक्त फंस गए। उन्होंने बताया कि अभी चार पहिया है नहीं जब आगे भविष्य में खरीदेगे तब सीख लेंगे। जिसपर उनका चार पहिया टेस्ट में फेल कर दिया गया। सिर्फ दो पहिया के टेस्ट में ही पास किया गया।

15 जून से शुरू हुआ है काम

पहले दिन 08 हुये फेल

दूसरे दिन 09 हुये फेल

तीसरे दिन 07 हुये फेल

इस पर भी करें गौर

- फेल हुए आवेदन सात दिन बाद फिर कर सकते हैं परमानेंट डीएल के लिए अप्लाई

- छह माह होती है लार्निग डीएल की एक्सपायरी, उसके पहले दुबारा मिल जाती है टेस्ट की डेट

- जिनका लर्निग डीएल हो रहा था खत्म उनके डीएल की वैधना 30 तक कर दी गई है वैलिड

- अप्लाई डेट से ही मानी जाती है परमानेंट लाइसेंस बनवाने की वैधता

बिना टेस्ट पास किये परमानेंट डीएल नहीं मिलेगा। इसलिए फोर व्हीलर व टू व्हीलर सीख कर ही टेस्ट देने के लिए आये।

डॉ सियाराम वर्मा

एआरटीओ प्रशासन