लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी ने पुलिस को दी तहरीर

PRAYAGRAJ: सहायक सांख्यिकी अधिकारी बनने का सपना संजोए चार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा बाद मांगे गए शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हुई। इनके द्वारा दिए गए पीजीडीसीए प्रमाण पत्रों पर अफसरों को शक हुआ। लोक सेवा आयोग द्वारा जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट आई तो सभी के होश उड़ गए। पाया गया कि इनके जरिए लगाए गए प्रमाण पत्र फर्जी हैं। अनुभाग अधिकारी लोक सेवा आयोग ने पुलिस को इस बाबत तहरीर दी। तहरीर मिलने पर सिविल लाइंस पुलिस द्वारा चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

2015 मांगे गए थे आवेदन

पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया कि 2015 में कृषि सांख्यिकी एवं फसल बीमा यूपी कृषि भवन द्वारा सहायक सांख्यिकी अधिकारी के विज्ञापन जारी हुआ था। कुल 93 पदों पर इनका चयन किया जाना था। आवेदन उन्हीं को करना था जो विज्ञान में दिए गए मानक को पूरा करते रहे हों। यह आवेदन अभ्यर्थियों को 14 अगस्त 2015 तक करने थे। इस पर कुल 1426 अभ्यर्थी ऑफ लाइन आवेदन आयोग में किए। इसके बाद चयन के लिए चार जुलाई 2020 से 14 जुलाई 2020 तक चयन के लिए अभ्यर्थियों से अर्हता सम्बंधी प्रमाण पत्र मांगे गए। कुल 650 अभ्यर्थियों द्वारा यह प्रमाण आयोग में पेश किए गए। प्रमाण पत्रों की जांच में पाया गया कि चार अभ्यर्थियों प्रथम आवेदन में कम्प्यूटर शिक्षा के लगाए गए प्रमाण पत्र दूसरी बार मांगे गए प्रमाण पत्रों से अलग थे। यह प्रमाण पत्र विज्ञान में दिए मांगे गए मानक व शर्तो के विपरीत थे। इस तरह के प्रमाण पत्रों को लगाने वालों में अभ्यर्थी अजय कुमार गौतम पुत्र राजेंद्र प्रसाद निवासी बलरामपुर राजे सुल्तानपुर, राजेसुल्तानपुर अम्बेडकर नगर, अलका सिंह पुत्री ओंकार नाथ कुशवाहा निवासी गंगा सेक्टर त्रिवेणीपुरम झूंसी, कुमार गौरव पुत्र शिवशंकर निवासी बी-102 मंत्री आवास विभिूति खण्ड लखनऊ, कल्पना चौधरी पुत्री राजेंद्र प्रसाद निवसी दुल्लहपुर शंकर सिंह गाजीपुर का नाम सामने आया। इनके द्वारा लगाए गए प्रमाण पत्रों की जांच आयोग द्वारा सम्बंधित यूनिवर्सिटी से करवाई गई। रिपोर्ट आई तो मालूम चला कि उनके संस्थान से इनके प्रमाण पत्र जारी ही नहीं हुए हैं। इस पर 19 जनवरी 2021 को सिविल लाइंस थाने में लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी एसपी सिंह द्वारा तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर चारों अभ्यर्थियों के खिलाफ पुलिस धारा 406, 420, 465, 468, 471 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

प्राप्त तहरीर पर चारों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। तहरीर के साथ प्रमाण पत्र और जांच रिपोर्ट भी लगाई गई है। दर्ज किए गए केस की विवेचना के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।

रविंद्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस