प्रयागराज (ब्यूरो)1126 जोड़े एक साथ शादी के बंधन में बंधे
18 जोड़े इसमें मुस्लिम वर्ग थे। पढ़ा निकाह
75 हजार रुपये हर जोड़े को देगी सरकार
10 हजार रुपये कपड़ों के लिए दे चुकी है सरकार

मण्डल के एक हजार 126 युवक व युवतियां सोमवार को दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कर गये। इतनी बड़ी संख्या में परिवार संग पहुंचे वर व कन्याओं का विवाह निकाह परेड ग्राउंड में हुए विशेष आयोजन के दौरान हुआ। कन्या विवाह सहायता योजना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में 18 मुस्लिम परिवार की बेटियों ने भी निकाह पढ़ा। सभी का उनके धर्मों के अनुसार यहां विधि विधान से शादियां कराई गईं। शादी के बाद ज्यादातर परिवार बेटियों को लेकर घर चला गया। अब उनकी बिदाई वह अपने घर से करेंगे। कुछ ही ऐसे परिवार रहे जो यहां शादी के बाद प्रमाण पत्र लेकर बेटियों को परेड ग्राउंड से ही ससुराल के लिए विदा कर दिया। इस समारोह में आए लोगों के लिए खाने से लेकर पानी तक के इंतजाम किए गए थे। सामूहिक विवाह में कई मंत्री व विधायकों संग जिले व मण्डल के तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री ने किया शुभारंभ
परेड ग्राउंड में आयोजित सामूहिक विवाह में मौजूद श्रम विभाग के अफसरों ने बताया कि मण्डल में कुल चार हजार आवेदन ऑनलाइन किए गए थे। इनमें से कन्या विवाह सहायता योजना के तहत 1126 निर्माण श्रमिकों के परिवार के जोड़े पात्र पाए गए थे। पात्र पाए गए जोड़ों को शादी के लिए परिवार संग परेड ग्राउंड बुलाया गया था। सोमवार को वर एवं कन्या के साथ उनका परिवार परेड ग्राउंड पहुंचा। इस सामूहिक विवाह में मण्डल के तीन जिलों से 18 मुस्लिम जोड़े भी निकाह किए। हिन्दू परिवारों के जोड़ों की शादी सनातन धर्म के रीति रिवाज से कराई गई। जबकि मुस्लिम परिवारों से आए जोड़ों का निकाह उनके धर्म के अनुसार मौलवियों के द्वारा कराया गया। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद केशरी देवी पटेल, रीता बहुगुणा जोशी, कई विधायकों के अलावा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। कैबिनेट मंत्री के जरिए 11 जोड़े को अनुदान राशि का डेमो चेक व विवाह प्रमाण पत्र दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। दाम्पत्य सूत्र में बंधे इन नए जोड़ों को अतिथियों ने नए जीवन की शुरुआत के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी। बताया गया कि इस योजना के तहत शादी करने वाले प्रति जोड़े को कुल 75 हजार अनुदान सरकार के जरिए दिए जाने हैं। कपड़ा व जोड़ा के लिए दस हजार रुपये विभाग उन्हें दे चुका है। बचे हुए 65 हजार रुपये पंजीकृत श्रमिक के आधार लिंक बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। डीएम संजय खत्री द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।

जिला हिन्दू मुस्लिम
प्रयागराज 772 12
प्रतापगढ़ 96 03
फतेहपुर 93 03
कौशाम्बी 165 --
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जिला-04 1126 18
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ई-टंप्रेरी बियाह आ, बारात बुलाउब घर
परेड ग्राउंड में आयोजित सामूहिक विवाह में शादी करने वाले दर्जनों जोड़ों के परिजनों की बातें योजना की मंशा पर पलीता लगाने वाली थीं। कहना था कि ई-टंप्रेरी शादी आ, मेन शादी तौ घर करब बारात आई और वियाह बाद बिटिया का बिदा करब। एक सवाल के जवाब में ऐसे परिवार का उत्तर था कि सरकार कै योजना है शादी करइन का बा तौ जब पैसा मिलत बा तौ हियऊं वियाह कराय देइत था। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बेटे और बेटियों की शादी करने वाले ज्यादातर परिवार यहां प्रमाण पत्र लेने के बाद बेटियों व बेटों को लेकर घर चले गए। चंद ही ऐसे परिवार थे जिन्होंने इस कार्यक्रम में विवाह के बाद बेटियों की विदाई उनके पति संग ससुराल के लिए की। हालांकि जब उन्हें मालूम चला कि सवाल करने वाला रिपोर्टर है तो वह अना नाम प्रकाशित करने से साफ मना कर दिए। कहना था कि योजना का लाभ मिल जाई तौ तहार काउनौ नुकसान होइ जाई का? जाउन इतना पूछताछ करत अहा, इतना तौ अधिकरियौ पूछेन।

अफसरों के जाते ही खत्म हुआ खाना व पानी
कार्यक्रम स्थल पर जब तक डीएम सहित जिले स्तर के अधिकारी मौजूद रहे खाना पानी की व्यवस्था चौक चौबंद रही। उनके जाते ही मंच के पीछे खाने के लिए लगे बफर सिस्टम के स्टॉल से खाना ही खत्म हो गया। प्लेट लेकर तमाम पुलिस व सुबह से ड्यूटी कर रहे कर्मचारी खाना खोजते रहे और मैनेजमेंट करने वाले लोग सब कुछ समाप्त होने का जवाब उन्हें देते रहे। दाल व चाल से लेकर पूड़ी और सब्जी ही नहीं तंदूरी रोटी तक गायब हो गई। खाना सर्व करने वालों को मानों अधिकारियों के जाने का इंतजार था। कार्यक्रम स्थल से अफसरों के हटते ही खाना ही नहीं पानी तक खत्म हो गया। जबकि मेज के नीचे खाना भी रखा था और छोटी बोतल में आने वाले पानी के गत्ते भी रखे हुए थे। फिर भी लोगों को कर्मचारी मना क्यों कर रहे थे? यह बात किसी की समझ नहीं आ रहा था।