-ऑनलाइन क्लासेस ने मोबाइल मार्केट की बढ़ाई डिमांड

-शॉर्टेज ने बढ़ाया मोबाइल फोन का रेट, कंपनियों ने भी बंद कर दी स्कीम

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PRAYAGRAJ: ऑनलाइन क्लास ने पैरेंट्स की जेब पर बर्डेन बढ़ा दिया है। अभी तक सिंपल फोन से काम चल जाता था। लेकिन अब स्मार्टफोन जरूरत बन चुका है। हाइली कंफिगर्ड मोबाइल, टैब और नोटबुक की डिमांड बढ़ चुकी है। कंपनियों ने भी मौके पर चौका लगाते हुए हैंडसेट्स के दाम बढ़ा दिए हैं।

इतना बढ़ गया है खर्च

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने मोबाइल-गैजेट एक्सपर्ट व एमएनएनआईटी के कंप्यूटर डिपार्टमेंट हेड डॉ। मयंक पांडेय से बात की।

-उन्होंने वर्किंग पैरेंट्स के दो बच्चों के हिसाब से मोबाइल के बढ़े खर्च के बारे में बताया।

06 हजार रुपए कीमत है एक एवरेज मोबाइल हैंडसेट की, जिस पर हो सकती है ऑनलाइन पढ़ाई।

12 हजार रुपए कीमत हो जाएगी दो बच्चों के हिसाब से मोबाइल की।

1200 रुपए का डेटा पैक दोनों मोबाइल में पड़ेगा तीन महीने के डेटा पैक के हिसाब से।

13 हजार रुपए का औसत खर्च आ जाएगा पहले मंथ में फैमिली के ऊपर

20 हजार रुपए तक कीमत है हाइली कंफीगर्ड स्मार्टफोन की।

40 हजार रुपए का बर्डेन इस तरह आएगा परिवार के ऊपर।

50 हजार के ऊपर पहुंच जाएगा यह खर्च अगर डेटापैक को जोड़ दें इसमें।

इतनी होनी चाहिए मिनिमम कंफीगरेशन ऑनलाइन क्लास के लिए

2 से 4 जीबी रैम

1.8 गीगा ह‌र्ट्ज या क्वॉड कोर प्रोसेसर

इस पर चल जाएगा यह सब

इतनी कंफीगरेशन के स्मार्टफोन पर जूम, गूगल मीट, पीडीएफ मेकर और रीडर जैसी न्यूनतम जरूरतें पूरी करने वाले सभी एप चल जाएंगे।

रिज्यूलेशन सेट कर लेता है डिवाइस

डॉ। मयंक पाण्डेय ने बताया कि कोई भी यूजर डिवाइस अपने हिसाब से वीडियो का रिज्यूलेशन सेट कर लेता है। इससे बेहतर पिक्चर क्वॉलिटी मिलती है।

डेटा पैक की बात

बच्चों की ऑनलाइन क्लास मैक्सिमम तीन घंटे की होती है। इसके लिए डेढ़ से दो जीबी परडे वाला पैक पर्याप्त होगा। हालांकि बेहतर यह होगा कि वाई-फाई का फैमिली पैक लें। इससे एक से अधिक डिवाइसेज चल सकेंगी। लांग टर्म में बेनेफिशियल होगा।

डिमांड के हिसाब से नहीं हो पा रही सप्लाई

सिटी के मोबाइल कारोबारी कृष्णा मोबाइल शॉप के ओनर सतीश केसरवानी बताते है कि लॉकडाउन के बाद मार्केट खुलने पर इन दिनों मोबाइल जैसे गैजेट्स की सप्लाई में थोड़ी दिक्कत आ रही है। इसके कारण कम्पनियों ने भी अपने मोबाइल हैंड सेट की कीमत पहले के मुकाबले बढ़ा दी है। जो मोबाइल हैंड सेट लॉकडाउन के पहले 8 हजार तक मिल जाते थे। उसे कम्पनियां अब करीब 10 हजार रुपए में बेंच रही है। कंपनियों ने स्कीम पर भी रोक दिया है।

डिमांड को देखते हुए कंपनियों ने मोबाइल रेट बढ़ा दिया है। लगभग हर हैंडसेट का रेट एक से दो हजार बढ़ चुका है।

-सतीश केसरवानी

ओनर, कृष्णा मोबाइल

पैरेंट्स ऑनलाइन क्लास के लिए मैक्सिमम कांफिगरेशन वाले हैंडसेट पसंद कर रहे हैं। 15 से 20 हजार रेंज के मोबाइल की ज्यादा डिमांड है।

-रचित सेठ

स्पो‌र्ट्स हाउस मोबाइल डिविजन

नॉर्मली 6 से 10 हजार तक के मोबाइल में बच्चों की ऑनलाइन क्लास के लिए 2 से 4 जीबी रैम व क्वॉड कोर प्रोसेसर पर्याप्त होगा।

-डॉ। मयंक पाण्डेय

कम्प्यूटर हेड व गैजेट्स एक्सपर्ट

एमएनएनआईटी