प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा ने करोड़ों रुपये की काली कमाई जुटाई है। मेजा में वह एक नर्सिंग होम का भी संचालन करता है। स्कूल भी खोलने की तैयारी कर रहा था। मामले की तफ्तीश में जुटी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और पुलिस टीम को ऐसी जानकारी हाथ लगी है। यह भी कहा जा रहा है वांछित राजीव नयन की गिरफ्तारी पर गैंग से जुड़े कई अहम राज सामने आएंगे। टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।

यूपी बोर्ड के पेपर लीक से जुड़े तार
अधिकारियों का कहना है कि राजीव ने वर्ष 2021 यूपी टीईटी का पेपर लीक करवाया था। तब एसटीएफ ने उसे पकड़कर जेल भेजा था। सलाखों से बाहर आने के बाद उसने 2023 में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा मध्य प्रदेश का भी पेपर लीक करवाया था। उस वक्त ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने राजीव को पकड़ते हुए नई लग्जरी कार बरामद की थी। इसके अलावा भी कई परीक्षाओं के पेपर लीक में उसकी भूमिका रही है। पेपर लीक होने के बाद उसे बेचकर पैसा कमाया जाता था। इसी काली कमाई से राजीव ने करोड़ों रुपये की चल और अचल संपत्ति जुटाई है। बताया गया है कि राजीव मूलरूप से अमोरा मेजा का रहने वाला है। उसके पिता दीनानाथ और मां की मौत हो चुकी है। माता-पिता के निधन के बाद राजीव धर्मपुर शुकुलपुर निवासी अपने मामा अधिवक्ता इंद्रदेव के घर पर रहने लगा था। मगर शादी करने के बाद वह परिवार समेत लखनऊ शिफ्ट हो गया। उसके गांव के कुछ लोगों का कहना कि राजीव ने अपनी शादी में लाखों रुपये खर्च किए थे, जिसे देखकर लोग अचरज में पड़ गए थे। लेकिन अब उसकी कारस्तानी का पता चलने पर लोग तरह-तरह की बात कह रहे हैं।

एसटीएफ के रडार पर अभी कई और
सिपाही और आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने में मामले में कई की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन कुछ और शख्स भी एसटीएफ के रडार पर हैं। कहा जा रहा है कि अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान कई नए नाम खोलें हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पकड़े गए आरोपितों के मोबाइल से भी कुछ सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर गिरोह में शामिल युवकों की संलिप्तता की छानबीन चल रही है। प्रयागराज के अलावा कौशांबी और प्रतापगढ़ के भी कई युवक एसटीएफ के रडार पर हैं, जिनकी घेरेबंदी की जा रही है।