आंखों देखी

-मतदानकर्मी हैं तो क्या इन्हें चैन से सोने का हक नहीं

-कहीं बिजली नहीं, कहीं पानी नहीं तो कहीं, सफाई नहीं

-वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने पर जोर, लेकिन सुविधाओं पर नहीं है ध्यान

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: लोकतंत्र के महापर्व में वेडनसडे को इलाहाबाद डुबकी लगाएगा। आप जब वोट डालने जाएंगे तो ये कर्मचारी आपका सिग्नेचर कराएंगे, आपके लिए मशीन रेडी करेंगे और वोट डालने के बाद आपके उंगली पर स्याही लगाएंगे। लेकिन ,हो सकता है कि जब आप वोट डालने जाएं तो कर्मचारी व अधिकारी थके-थके से, झपकी मारते हुए या चिड़चिड़े नजर आएं। अगर उनमें कुछ इस तरह का व्यवहार दिखाई देता है, तो बुरा न मानें। क्योंकि जब नींद पूरी नहीं होगी, रात भर मच्छर काटेंगे, डयूटी के साथ झाड़ू लगाना पड़ेगा तो फिर गुस्सा आएगा ही। ट्यूजडे को दिन में रवाना हुई पोलिंग पार्टियां बूथों पर पहुंची। लेकिन उनके लिए मतदान केंद्रों पर कोई इंतजाम नहीं था। आईनेक्स्ट टीम ने मतदान केंद्रों का दौरा कर जाना हाल। आपको बताते हैं। कहां, क्या रही स्थिति

अग्रसेन इंटर कॉलेज

हमें झाड़ू भी लगाना पड़ेगा।

दिन करीब चार बजे तक यहां पोलिंग पार्टी पहुंच गई थी। अग्रसेन इंटर कॉलेज में क्0 बूथ बनाए गए हैं। यहां कर्मचारियों के लिए कोई इंतजाम नहीं था। जिस गैलरी में कर्मचारी थे वहां पंखा तक नहीं था। कमरे साफ नहीं थे। मेज की व्यवस्था नहीं थी। बिजली, पानी का भी इंतजाम नहीं था। जिससे कर्मचारी परेशान दिखे। पोलिंग बूथ वाले कमरे में सफाई न होने और कोई कर्मचारी न होने पर पीठासीन अधिकारी ने कहा क्या हम यहां झाड़ू लगाएंगे।

किदवई मेमोरियल ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज

हमें पता है सरकारी व्यवस्था

हरे-भरे पेड़ों के बीच गार्डेन वाले किदवई मेमोरियल ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में मतदान कर्मचारी कुछ राहत में दिखाई दिए। लेकिन, सोने के लिए बिस्तर का इंतजाम न होने से परेशान दिखे। कमरे में बैठ कर सब अपना काम निबटा रहे थे। वहीं सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भोजन के जुगाड़ में व्यस्त थे। पुलिस वालों ने कहा हम तो अपना, जुगाड़ इसी तरह करते हैं। क्योंकि हमें सरकारी व्यवस्था पता है।

मजीदिया इस्लामिया कॉलेज

एक तो अंधेरा, दूसरे गंदगी का आलम

यहां पर भी पोलिंग पार्टी के कर्मचारी परेशान हाल दिखाई दिए। आई नेक्स्ट टीम के पहुंचते ही कहा, भाई यहां लाइट का इंतजाम नहीं है। सोने के लिए दरी तक नहीं है। ऐसे में रात भर सोना बहुत मुश्किल है। रात जागेंगे तो सुबह अब चुनाव कैसे कराएंगे। लाइट का इंतजाम न होने से मोबाइल के टार्च में पीठासीन अधिकारी ईवीएम चेक करते हुए नजर आए।

हमीदिया ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज

कमरों में गायब था बल्ब

अहमदिया ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ पर सफाई व्यवस्था तो ठीक थी, पानी भी मिल रहा था। लेकिन, लाइट का इंतजाम बेहतर नहीं था। कुछ कमरों में लाइट नहीं जल रही थी तो कुछ कमरों में लगा बल्ब भी गायब था। खाने-पीने का इंतेजाम भी मुकम्मल न होने से कर्मचारी नाराज दिखे। रिपोर्टर से कहा, सुबह से निकले हैं। ईवीएम लेने और टीम बटोरने में आधा से ज्यादा दिन बीत गया। पानी तक तो मिला नहीं ढंग से। अब देखते हैं यहां रात कैसे बीतती है।

दौलत शाह मुस्लिम इंटर कॉलेज

यहां तो कमरे में गढ्डा है।

दौलतशाह मुस्लिम इंटर कॉलेज में लगे मतदान कर्मचारी कुछ ज्यादा ही परेशान दिखे। चबूतरे पर एक कर्मचारी बैठे थे, उनसे पूछा गया कि बाहर क्यों हैं तो कहा कमरे में गडढा है। वहां कैसे बैठें। वहीं कमरा नंबर एक में गंदगी का आलम दिखा। कर्मचारी ने कहा अब हमें ही यहां झाडू़ लगाना पड़ेगा। निर्देशों के अनुसार यहां पहले से ही सफाई की मुकम्मल व्यवस्था होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा कुछ किया नहीं गया था। इसके पीछे तर्क दिया गया कि छुट्टी की सूचना देर रात आने से कर्मचारी सुबह ड्यूटी पर ही नहीं आए।