पब्लिक टॉयलेट की जियो मैंपिंग कराने में जुटा नगर निगम

ALLAHABAD: स्मार्ट सिटी बनने जा रहे इलाहाबाद के लोगों को अब स्मार्ट सुविधाएं मिलेंगी। सिटी में यात्रा कर रहे हैं या मार्केटिंग अगर टॉयलेट की जरूरत हो तो परेशान होने की बजाय मोबाइल के गूगल मैप में स्वच्छ टॉयलेट सर्च करें। सर्च करते ही मैपिंग के थ्रू आस- पास के पब्लिक टॉयलेट की लिस्ट और डायरेक्शन, दूरी के साथ सामने आ जाएगी।

पब्लिक को मिलेगी बड़ी राहत

अक्सर पब्लिक को यूटिलिटी के लिए इधर- उधर भागना पड़ता है। ऐसी स्थिति में किसी गली या फिर सूनसान स्थान का सहारा लेना मजबूरी बन जाती है। क्योंकि आस- पास पब्लिक टॉयलेट नहीं होते या फिर लोगों को पब्लिक टॉयलेट की जानकारी ही नहीं होती। लोगों की इस समस्या को देखते हुए नगर निगम ने शहर के सभी पब्लिक टॉयलेट को गूगल से कनेक्ट करने का प्लान बनाया है। इसके तहत सभी पब्लिक टॉयलेट की जियो टैगिंग कराई जा रही है। करीब एक दर्जन टॉयलेट की जियो टैगिंग का काम पूरा भी हो चुका है। इसे गूगल मैपिंग के थ्रू सर्च किया जा सकता है।

युद्ध स्तर पर चल रहा काम

शहर के सबसे व्यस्त एरिया चौक के पार्षद सत्येंद्र चोपड़ा कहते हैं कि स्मार्ट सिटी इलाहाबाद में कुंभ मेला 2019 का आयोजन होना है। इसके लिए शहर को स्वच्छ बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। इसलिए शहर को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। चूंकी अब ज्यादातर लोगों के हाथ में स्मार्ट फोन हैं, लिहाजा वे मोबाइल पर किसी भी चीज की जानकारी कर सकते हैं। फिर चाहे वे शहर के शौचालय ही क्यों न हों। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी पब्लिक टॉयलेट्स की जियो टैपिंग कराई जा रही है। शहर के बलुआघाट, कल्याणी देवी एरिया, बहादुरगंज, मोती पार्क, शिव चरन लाल रोड, साउथ मलाका और सिविल लाइंस स्थित पब्लिक टॉयलेट यानी सुलभ काम्प्लेक्स की जियो टैगिंग हो चुकी है।

खुले में गंदगी करना अपराध है। इलाहाबाद के लोगों को अधिक से अधिक स्मार्ट सेवाएं मिल सकें, इसलिए सभी टॉयलेट की जियो टैगिंग कराई जार रही है,

ऋतु सुहास, अपर नगर आयुक्त,

इलाहाबाद