प्रयागराज ब्यूरो । लोकसभा चुनाव से पहले अगर आप पीवीसी वोटर कार्ड चाहते हैं तो इसके लिए निर्वाचन विभाग के चक्कर काटने की जरूरत नही है। आप घर बैठे भी अप्लाई कर सकते हैं। प्लास्टिक का यह कार्ड खुद चलकर आपके घर आएगा। वर्तमान में लाखों ऐसे वोटर हैं जिन्हे प्रयागराज में पीवीसी कार्ड की जरूरत है। इनमें से कई यंगस्टर्स ऐसे हैं जो इस बार पहली बार वोटर बने हैं। उन्हें भी इस कार्ड की आवश्यकता होगी। वही लाखों मतदाता अपने पुराने लैमिनेशन वाले कार्ड से ऊब चुके हैं। वह भी इस आप्शन का इस्तेमाल कर पीवीसी वोटर कार्ड घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं।

ऐसे होगा ऑनलाइन आवेदन

पीवीसी वोटर कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करना बेहद आसान है। इसके लिए आपको स्टेप बाई स्टेप इंस्ट्रक्शंस को बस फालो करना होगा। इसके बाद सबमिट का बटन दबाकर वोटर कार्ड के घर आने का इंतजार करना होगा। आइए जानते हैं प्रक्रिया

- चुनाव आयोग की वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://द्गष्द्ब.द्दश1.द्बठ्ठ/ पर जाएं।

- ङ्कशह्लद्गह्म् ढ्ढष्ठ ष्टड्डह्म्स्र टैब पर क्लिक करें।

- ्रश्चश्चद्य4 द्घशह्म् श्वक्कढ्ढष्ट लिंक पर क्लिक करें।

- फार्म आठ को फिल करें।

- अपना पुराना वोटर आईडी नंबर, नाम, जन्मतिथि, पता, और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करें।

- एक स्कैन किया हुआ फोटो और आवासीय प्रमाण अपलोड करें।

- इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें।

ऑफलाइन भी कर सकते हैं आवेदन

अपने नजदीकी मतदान केंद्र पर जाएं। यहां से फार्म आठ प्राप्त कर उसे भर सकते हैं। आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करार्ई जाएगी। तीस रुपए का शुल्क जमा करिए। फार्म भरकर जमा करें और इसके कुछ दिन बाद पीवीसी कार्ड घर पहुंच जाएगा। पीवीसी कार्ड के लिए यह दस्तावेज जमा कराने होंगे। जिसमें पुराना वोटर आईडी कार्ड, आवासीय प्रमाण (जैसे कि बिजली बिल, पानी का बिल, या आधार कार्ड), पहचान प्रमाण (जैसे कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, या पैन कार्ड) आदि।

क्या हैं पीवीसी कार्ड के फायदे

यह अधिक टिकाऊ और सुरक्षित होता है।

इसे ले जाना आसान होता है।

इसमें आपके फोटो और नाम के साथ-साथ एक क्यू आर कोड भी होता है, जिससे इसको प्रूव करना बेहद आसान होता है। पीवीसी कार्ड काफी मजबूत होता है और एटीएम कार्ड की तरह इसे पर्स में रखा जा सकता है। इसमें लगी आपकी फोटो रंगीन होती है। एडीओ फूलचंद ने बताया कि इस आप्शन के जरिए बड़ी ंसख्या में वोटर लाभांवित हो सकते हैं। बता दें कि इस बार एक लाख से अधिक वोटर मतदाता सूची में जुड़े हैं। इनमें 75 फीसदी यंगस्टर्स हैं।