प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मंगलवार की सुबह मठ बाघम्बरी गद्दी में बलबीर गिरी ने कन्या पूजन किया। उन्होंने खुद कन्याओं के पांव पखारे और स्वादिष्ट भोज कराया। उधर, मंदिर और पंडालों में भक्तों की लाइन सुबह से ही थी। यहां हवन और कन्या पूजन के लिए लोग उमड़े रहे। माता को पुष्प, फल, मिष्ठान के साथ खिचड़ी, चचड़ी व खीर का भोग लगा। दोपहर में मंत्राच्च्चार के बीच माता का हवन यज्ञ और पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने माता से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी मांगा। श्रीश्री दुर्गा पूजा कटरा बारवारी में अभिन्न, प्रदीप प्रामाणिक, दयाशंकर मिश्र, सुलेम सरांय सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष अनूप चटर्जी, महासचिव देवाशीष मजूमदार, कोषाध्यक्षा अमित घोष, कर्नलगंज बारवारी दुर्गा पूजा सोसाइटी अध्यक्ष सुशांतो भट्टाचार्य, मुख्य परामर्शदाता शंकर चटर्जी, सचिव आलोक राय, व कोषाध्यक्ष देवराज चटर्जी के संयोजन में मइया की पूजा हुई। जार्जटाउन बारवारी दुर्गा पूजा पंडाल में अमिताभ रे, अङ्क्षरदम घोष, सुब्रतो सेन, टैगोर टाउन बारवारी दुर्गा पूजा कमेटी के पंडाल में अरुण देव, पुलक गांगुली, अर्जुन चौधरी, सिविल लाइंस बारवारी में डा। अमिताभ घोष, असीम राय, अभिजीत चटजी के संयोजन में पूजन अर्चन कर प्रसाद वितरित किया गया।

आज होगा मूर्ति विसर्जन

पंडालों में शाम को ढाकी के वादन के बीच मइया की उतारी गई व 'धुनुची नाचÓ आरती आकर्षण का केंद्र रही। बंगाली महिलाएं लाल बार्डर की सफेद साड़ी व पुरुषों ने धोती-कुर्ता पहनकर ढाकी की थाप पर नृत्य करते आरती उतारी। बता दें कि मां दुर्गा की मूर्ति बुधवार को अंदावा तालाब में विसर्जित होंगी। प्रतिमा विसर्जन से पहले बंगाली महिलाएं मां को ङ्क्षसदूर लगाकर सुहाग की रक्षा की कामना करेंगी। इसके बाद महिलाएं एक-दूसरे को ङ्क्षसदूर लगाकर ढाकी वादन में नृत्य करेंगी। मान्यता है कि विसर्जन के साथ मां पुन: ससुराल चली जाती हैं।

बारिश से भीगा पांडाल

नवमी को पांडालों में भीड़ थी तो दूसरी ओर दोपहर में हुई बारिश ने खलल डालने की कोशिश की। इससे आयोजक परेशान हुए। लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह कम नही हुआ। थोड़ी देर में स्थिति सामान्य हो गई। जगह-जगह हुए जलभराव को दुर्गा पूजा समिति के सेवकों ने ठीक कर दिया। नवरात्र के अंतिम दिन मंगलवार को शहर के देवी मंदिरों में दर्शन को भक्त उमड़े रहे। इस अवसर पर मइया के सिद्धिदात्री स्वरूप का श्रृंगार हुआ। मां के दिव्य स्वरूप का दर्शन करने के लिए भक्तों की दिनभर मंदिर में भीड़ रही। मां अलोपशंकरी मंदिर, मां कल्याणी देवी मंदिर, मां ललिता देवी मंदिर, मां खेमा मायी व मां काली बाड़ी मंदिर व बादशाही मंडी नारायण सिंह नगर स्थित मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर में विविध आयोजन हुए।