प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस भर्ती परीक्षा में सिपाही बनाने के नाम पर ठगी का खेल सामने आया है। यह खेल दो साथियों ने मिलकर शुरू किया। आफर दिया कि दस लाख दो सिपाही बन जाओगे। दोनों साथियों ने करीब पच्चीस लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना लिया। दोनों साथियों ने ठगी के खेल के लिए बकायदा अपना गैंग भी बना रखा है। खैर, अभी इस गैंग का सरगना एसटीएफ के हाथ चढ़ा है। उसके साथी और अन्य मेंबरों की तलाश में एसटीएफ लगी हुई है। उम्मीद है कि जल्द ही ठग गैंग के सभी मेंबर एसटीएफ की हिरासत में होंगे।

दस लाख में सौदा, दो लाख एडवांस
मऊआइमा के गढ़चंपा के रहने वाले दयाशंकर यादव और सराय इनायत के ककरा कोटवा के रहने वाले अमिताभ मिश्रा ने मिलकर पुलिस भर्ती परीक्षा में पैसा कमाने की योजना बनाई। योजना के तहत दोनों ने अपने सामाजिक रसूख का फायदा उठाते हुए सिपाही भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों से सम्पर्क किया। छात्रों को बताया कि दस लाख में वह सिपाही बन जाएंगे। इसके लिए उन्हें दो लाख रुपये एडवांस जमा करना होगा। बाकी आठ लाख रुपया परीक्षा पास करने के बाद देना होगा। इस तरह करके दोनों ने करीब पच्चीस छात्रों से दो दो लाख रुपये एडवांस ले लिया।

वही प्रश्न करना जो आए
दयाशंकर और अमिताभ ने छात्रों से दो दो लाख रुपये एडवांस लेने के बाद उन्हें बताया कि उत्तर पुस्तिका में उन्हें उसी प्रश्न का जवाब देना है, जिस प्रश्न का जवाब कन्फर्म आता हो। बाकी का प्रश्न खाली छोड़ देना है। छात्रों को दोनों ने भरोसा दिलाया कि उनकी सेटिंग परीक्षा कराने वाली एजेंसी से है। वह उत्तर पुस्तिका जंचने के पहले उसमें उत्तर भरवा देगें।

एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
23 अगस्त से पुलिस भर्ती परीक्षा शुरू हुई। इसके पंद्रह दिन पहले से एसटीएफ लगातार परीक्षा को सकुशल कराने के लिए सतर्कता बरत रही थी। इस दौरान एसटीएफ को मालूम हुआ कि पुलिस परीक्षा के नाम पर ठगी का गैंग काम कर रहा है। एसटीएफ ने दयाशंकर यादव का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर ले लिया। दस दिन की मॉनिटरिंग के बाद कन्फर्म हो गया कि दयाशंकर गैंग बनाकर पुलिस भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है। इसके बाद एसटीएफ के एएसपी शैलेष प्रताप सिंह ने दयाशंकर की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई। टीम में इंस्पेक्टर जयप्रकाश राय, इंस्पेक्टर अनिल सिंह, दारोगा धर्मेंद्र सिंह, सिपाही प्रभंजन पांडेय, विकास तिवारी, सुनील कुमार, अजय कुमार यादव, किशन चंद्र, रविकांत सिंह को शामिल किया गया। एसटीएफ की टीम ने मऊआइमा एरिया के रामफल की इनारी के पास से दयाशंकर यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक मोबाइल, नमो नारायण पांडेय नाम के अभ्यर्थी का एडमिड कार्ड का फोटो स्टेट, पांच हजार रुपये नकद बरामद किया।

मऊआइमा का दयाशंकर यादव पुलिस भर्ती के नाम पर ठगी का गिरोह चला रहा था। दयाशंकर को मऊआइमा एरिया से गिरफ्तार किया गया है। उसके साथी अमिताभ की तलाश की जा रही है। वह फरार है।
जय प्रकाश राय, इंस्पेक्टर एसटीएफ