प्रयागराज ब्यूरो । अगले साल होने वाले महाकुंभ में सुरक्षा, निगरानी और भीड़ के कुशल प्रबंधन को लेकर प्रशासन एक प्रतियोगिता कराने जा रहा है। जिसके तहत तीन अलग अलग चुनौतियों का टेक्नोलाजिकल समाधान देने वाले छात्रों को एक-एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता का आयोजन हैकथॉन नाम से किया जाएगा। जिसमें तमाम इंस्टीट्यूट और कॉलेजेस भाग ले सकेंगे। यह प्रतियोगिता प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के सहयोग से आयोजित की जानी है।
शुरुआत में तीन विषयों की हुई पहचान
फिलहाल प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने इस प्रतियोगिता के लिए तीन महत्वपूर्ण विषयों की पहचान की है। जिनमें पहला सिक्योरिटी एण्ड सर्विलांस (सुरक्षा और निगरानी), दूसरा एक्सटेंडेड रियलटी (एक्सआर) साल्यूशन फार एक्सपीरियेंशियल कुंभ और तीसरा मानीटरिंग इन्वेंट्री, फॅसिल्टीज एण्ड यूटिलिटी है। हैकथॉन में प्रतिभाग कर रहे छात्र इन समस्याओं का टेक्नोलाजिकल साल्यूशन देंगे तथा हर थीम में बेस्ट सोल्यूशन देने वाली टीम को एक लाख रुपए बतौर इनाम दिया जाएगा।
इस तरह से कराई जाएगी प्रक्रिया
हैकथॉन का पंजीकरण शीघ्र ही प्रारम्भ होगा तथा फरवरी 2024 से शार्टलिस्ट टीम के 2-3 मेंम्बर को यहां आकर माघ मेले 2024 में प्रतिभाग करते हुए उपयोगी डेटा कलेक्ट करने तथा माघ मेले में हो रहे कार्यों का अनुभव कराया जाएगा। कोडिंग पीरियड 1-15 मार्च 2024 तक चलेगा तथा फाइनल इवैल्यूएशन 15-20 मार्च के बीच किया जाएगा। हर टीम सिर्फ किसी एक थीम पर ही कार्य कर सकेगी एवं उसका साइज 4-6 मेम्बर तक हो सकता है। कमिश्नर विजय विश्वास पंत और मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ 2025 के लिए सामान्य दिशा पारंपरिक समाधानों के साथ प्रौद्योगिकी का मिश्रण करना है। इसलिए कुंभ मेले के दौरान आने वाली सुरक्षा, निगरानी, गतिशीलता, भीड़ प्रबंधन, एक्सटेंडेड रियलटी (एक्सआर) सोल्यूशन एवं सेवा स्तर बेचमार्किंग चुनौतियों के लिए नवीन तकनीकी समाधान प्राप्त करने के लिए इस हैकथॉन का आयोजन किया जा रहा है। स्वीकृत समाधानों को प्रारंभिक वित्त पोषित किया जाएगा और मेला प्राधिकरण द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा।
किस बिंदु में क्या-क्या है शामिल
ए- सुरक्षा एवं निगरानी
- सुरक्षा एवं निगरानी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे
- भीड़ प्रबंधन और पूर्वानुमानित विश्लेषण- इसके अन्तर्गत डेटा एनालिटिक्स एवं प्रिडिक्टिव माडलिंग के प्रयोग से एक ऐसा सोल्यूशन बनाया जाएगा जिसके प्रयोग महाकुंभ मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन को और बेहतर किया जा सकेगा। सिस्टम चरम भीड़ के समय की भविष्यवाणी करने, संभावित भीड़भाड़ वाले बिंदुओं की पहचान करने और भीड़ नियंत्रण के लिए सक्रिय उपायों की पहचान करने में सक्षम होना चाहिए।
- रियल टाइम एनामिली डिटेक्शन- इसके अन्तर्गत एक ऐसी प्रणाली विकसित की जाएगी जो महाकुंभ मेले के दौरान सुरक्षा कर्मियों को कम समय में समझने तथा उस पर प्रभावी तरीके से रिस्पांड करने में सहयोग करेगा।
- ड्रोन आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली- इसके अन्तर्गत महाकुंभ मेला परिसर के भीतर घटनाओं की तुरंत पहचान करने और प्रतिक्रिया देने के लिए एक स्वायत्त ड्रोन-आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली डिजाइन की जाएगी। सिस्टम को मौजूदा निगरानी बुनियादी ढांचे के साथ एकीकृत करते हुए रियल टाइम वीडियो स्ट्रीमिंग, भीड़ की निगरानी और आपातकालीन आपूर्ति सुनिश्चित करने में उपयोग किया जाएगा।
- बेहतर सुरक्षा के लिए गोपनीयता संरक्षित चेहरे की पहचान- इसके अन्तर्गत सुरक्षा की दृष्टिकोण से एक गोपनीयता-संरक्षित चेहरे की पहचान प्रणाली विकसित की जाएगी।

बी- क्सटेंडेड रियलटी (एक्सआर) सोल्यूशन फार एक्सपीरियेंशियल कुंभ- शहर एवं पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ के कारण, महाकुंभ में भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों को शहर में आने के बाद भी प्रयागराज के सभी मंदिरों और सांस्कृतिक स्थलों का अनुभव करना मुश्किल हो जाता है। एक्सआर के उपयोग से तीर्थयात्रियों को वर्चुअल रियालिटी प्लेटफार्म के माध्यम से सभी चीजों का अनुभव कराया जाएगा।

सी- मानीटरिंग इन्वेंट्री, फैसिल्टीज एण्ड यूटिलिटी- इससे टेक्नालाजी का प्रभावी प्रयोग करते हुए डेटा कैप्चर जो अभी तक मैनुअल तरीके से किया जाता था जिससे कि त्रुटियों की संभावना बढ़ जाती है, उसे रोकना आसान हो जाएगा तथा मानीटरिंग मैकेनिजम भी बेटर हो जाएगा।