प्रयागराज ब्यूरो ।एक से पांच जून के बीच बंद होने वाली मुंडेरा मंडी को 28 मई से ही बंद कर दिया गया। इससे आढ़तियों का लाखों- करोड़ों का नुकसान होने की कगार पर है। उनकी फल और सब्जियां मुंडेरा मंडी में फंस गई हैं और आढ़तियों को सुरक्षा के मददेनजर परिसर में जाने नही दिया जा रहा है। ऐसे में फल-सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बहुत से व्यापारियों का माल दूुसरे प्रदेशों से आ रहा है, उनको रखने की हमारे पास जगह नही है। खेतों में बोई गई सब्जियां किसान नही न्रिकाल रहे हैं जिससे उनके भी खराब होने का खतरां मंडरा रहा है।

निकालने नही दिया माल

चार जून को मुंडेरा मंडी में लोकसभा चुनाव की मतगणना है। इसको लेकर प्रशासन ने इवीएम की सुरक्षा की दृष्टि से पूरी मंडी को अधिग्रहीत कर लिया है। इसके चलते एक से पांच जून तक मंडी को सील किया जाना था। लेकिन प्रशासन ने 28 मई से ही मंडी को अधिग्रहीत कर लिया। इसके बाद यहां पुलिस और पैरामिलेट्री फोर्सेज को तैनात कर दिया गया है। इसके बाद किसी भी आढ़तिए को अब अंदर जाने की इजाजत नही दी गई है। ऐसे में फल व सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि कम से कम उनका माल तो बाहर निकालने की इजाजत दी जाए। जिससे वह इसे कहीं और बेचने की कोशिश कर सकें।

सबसे ज्यादा आम खा रहा मार

आढ़तियों का कहना है कि इस समय आम का सीजन है। तमाम आढ़त में आम भरा हुआ है। इसके खराब होने की पूरी संभावना है। इसको लेकर आला प्रशासनिक अधिकारियों से बात की गई थी लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। आम खराब होने से होने वाले नुकसान की भरपाई होना मुश्किल है। इसके साथ ही प्याज, लहसुन, शिमला मिर्च, केला, अनार, सेब, अंगूर, लीची, भिंडी, बीन्स सहित तमाम आईटम दूसरे प्रदेश से आते हैं। इनकी बुकिंग पहले हो चुकी है। अब माल आने के बाद इनको रखने की चिंता व्यापारियों को सता रही है।

खेतों में लगा सड़ रहा है माल

बहुत से किसान ऐसे हैं जो बुवाई के दौरान आने वाली लागत व्यापारियो ंसे लेते हैं। बाद में फसल होने पर इसे व्यापारियों को बेचकर मुनाफा कमाते हैं। लेकिन, मंडी बंद हो जाने से टमाटर, खरबूजा, तरबूज आदि की फसल खेतों में पड़ी इंतजार कर रही है। व्यापारियों का कहना है कि यह माल हम लेकर कहां जाएंगे। रखने की जगह नही है। रोड पटरी से पुलिस और प्रशासन ने भगा दिया है। ऐसे में बिक्री का यह भी विकल्प हाथ से जा चुका है।

क्या है मामला

बता दें कि मतगणना से पहले लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल हो चुकी ईवीएम को कड़ी सुरक्षा में मंडी में बने स्ट्रांग रूम में रखा गया है। तमाम राजनीतिक दलों द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाए जाने के बाद इनकी सुरक्षा की मांग की गई है। ऐस में पुलिस और प्रशासन किसी प्रकार का समझौता करने के पक्ष में नही है और मंडी परिसर को चारों ओर से सील कर दिया गया है। अब मंडी में प्रवेश आढ़तियों को पांच जून की रात से दिया जाएगा। तब तक उन्हें इंतजार करना होगा।

छह दर्जन से अधिक आढ़ती इस समय मुंडेरा मंडी में हैं। सभी का कुछ न कुछ माल अंदर बंद है। हमने काफी निवेदन किया कि हमें अंदर जाने दिया जाए। ताकि माल हम निकाल सकें। लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। इससे व्यापारियों का काफी नुकसान हो सकता है।

सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, फल सब्जी व्यापार मंडल मुंडेरा