-सब्जियों के मंडी और फुटकर मार्केट के दाम में है जबर्दस्त अंतर

-फुटकर में प्याज 50 और टमाटर 60 रुपए से 80 रुपए प्रति किलो तक

-हरी सब्जियां भी अचानक होने लगी महंगी

ALLAHABAD: राजरूपपुर में रहने वाली सुनीता देवी हाउस वाइफ हैं। उनके पति एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं, उनके पास टाइम नहीं है कि वे सब्जी ला सकें, इसलिए वे घर के बाहर से गुजरने वाले ठेले से ही सब्जी ले लेती हैं। ठेले पर मिलने वाली सब्जी का रेट काफी हाई है। टमाटर 80 रुपए किलो तक तो प्याज 50 रुपए किलो मिल रहा है। वहीं आलू 20 रुपये का डेढ़ किलो बेचा जा रहा है। संडे को छुट्टी के दिन सुनीता देवी अपने पति के साथ खुल्दाबाद मंडी पहुंची तो वहां सब्जी का भाव जानकर हैरान रह गई क्योंकि जो टमाटर उन्हें ठेले पर 60 से 80 रुपए किलो मिल रहा था, उसका रेट मंडी में 50 रुपए किलो था। वहीं प्याज 50 नहीं बल्कि 35 रुपए में मिल गई। इसी तरह अन्य सब्जियों के भाव में भी काफी अंतर मिला।

हर कोई है परेशान

सुनीता देवी की तरह शहर के हजारों लोग दीपावली के बाद फुटकर मार्केट में सब्जियों के भाव में अचानक आए उछाल से परेशान हैं। दीपावली के बाद पिछले करीब तीन-चार दिनों में 20-25 रुपए में मिलने वाला प्याज अब फुटकर मार्केट में 50-60 रुपए किलो तक बिक रहा है। वहीं टमाटर का भाव सबसे अधिक 60 से 80 रुपये किलोग्राम पहुंच गया है। मुफ्त में मिलने वाली धनिया और मिर्च के लिए भी रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। फुटकर मार्केट में जहां सब्जी का भाव चढ़ा हुआ है। वहीं थोक मंडी में भाव काफी हद तक कंट्रोल में है।

दुकानदार यह बोले

सब्जी का भाव अचानक क्यों बढ़ गया है, इस बारे में पूछे जाने पर दुकानदारों का कहना है कि इस समय बींस, टमाटर, प्याज, अदरक, भिंडी, बैंगन, तोरई, लहसुन, अदरक और खीरा के दाम में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए भाव बढ़ा हुआ है।

थोड़ी समझदारी दिखाते हुए महंगाई की इस मार से बचा जा सकता है। दुकान से हरी सब्जियां खरीदने के बजाए मंडी से हरी सब्जियां खरीद सकते हैं। इतना ही नहीं आपके आस-पास रहने वाले पड़ोसियों से शेयरिंग की जा सकती है। थोक में हरी साब्जियों के लेने से काफी सस्ती पड़ेंगी। फिर, उसे आपस में शेयर कर लीजिए।

सब्जियां और दाम

हरी सब्जियां - पहले - अब

आलू- 10 15

प्याज- 30 60

टमाटर 30 50

बींस - 60 80

लहसुन 60 80

खीरा 25 40

भिंडी 30 40

अदरक 60 80

बैंगन 20 30

तोरई 20 30

दीपावली के बाद हरी-सब्जियों के भाव में जहां थोड़ा बहुत इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा असर टमाटर और प्याज पर हुआ है, क्योंकि कनार्टक से टमाटर की आवक कम हो गई है। वहीं नासिक का प्याज भी कम आ रहा है। लेकिन ये दिक्कत अधिक दिन तक चलने वाली नहीं है। 15 नवंबर तक सब कुछ ठीक हो जाएगा।

-सतीश कुशवाहा

अध्यक्ष, मुंडेरा सब्जी मंडी एसोसिएशन

कॉलिंग

महंगाई है या फिर जबर्दस्ती क्रिएट किया जा रहा है, ये समझ में नहीं आ रहा है। क्योंकि सब्जियों के भाव में मंडी और छोटी-छोटी दुकानों पर काफी अंतर है। इसलिए मैंने अब छोटी दुकान से सब्जी लेना बंद कर दिया है। सप्ताह में एक दिन ही सही, मंडी जाती हूं और सब्जी लेकर आती हूं।

-अर्चना मिश्रा

बाघम्बरी गद्दी

प्याज और टमाटर का भाव दीपावली के बाद अचानक बढ़ गया है। घर के बाहर ठेला पर प्याज 50 से 60 रुपए और टमाटर 60 से 70 रुपए किलो मिल रहा है। वहीं भिंडी, बैगन, परवल का दाम 40 रुपए पार पहुंच गया है।

अभय अग्रवाल

मुट्ठीगंज

मैं मंडी से ही हरी सब्जियां लेकर आता हूं, जो काफी सस्ती पड़ जाती है। किसी कारणवश मंडी जाना नहीं होता है, तो आढ़ती और ठेले वाले से ही सब्जी खरीदनी पड़ती है जो काफी महंगी पड़ती है।

-नितिन केसरवानी