-गेस्ट हाउस में शादी में आए मेहमानों से हो रही है पूछताछ

-पहचान के बाद अंदर जाने की मिल रही है परमिशन

PRAYAGRAJ: अतिथि आपके साथ कोई और है क्या? अच्छा, उसका मेजबान से क्या संबंध है? रुकिए, उनको बुलाकर आपकी पहचान करा लें। चौंकिए मत, यह सच है। नए नियमों से परेशान गेस्ट हाउस ओनर्स शादी में आने वाले मेहमानों से कुछ इसी अंदाज में सवाल-जवाब कर रहे हैं। इतनी एक्सरसाइज के बाद ही लोगों को अंदर जाने की परमिशन दी जा रही है।

भौचक्के हैं मेहमान

बता दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने किसी भी शादी समारोह में सौ मेहमानों की लिमिट निर्धारित कर दी है। इससे अधिक होने पर गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में गेस्ट हाउस संचालकों ने नया तरीका निकाला है। गेट पर आने वाले गेस्ट के साथ किसी और के होने पर उसकी तस्दीक कर ली जाती है। देखा जाता है कि ऐसा तो नहीं कि मेहमान के साथ कोई अन्य व्यक्ति एंट्री कर रहा है। क्योंकि जांच में सौ से अधिक मेहमान पाए जाने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

घर का पता, शादी गेस्ट हाउस में

लाख कोशिशों के बावजूद लोग मान नहीं रहे हैं। कई आयोजक ऐसे हैं जिन्होंने पहले ही सराय एक्ट में अपंजीकृत गेस्ट हाउस बुक करा लिया है। अब प्रशासन द्वारा यहां पर शादी की परमिशन नहीं दी जा रही है। ऐसे में लोग घर के पते पर परमिशन ले रहे हैं और शादी गेस्ट हाउस में निपटा रहे हैं। इसको लेकर भी अधिकारी परेशान हैं। प्रशासन ऐसे मामलों की भनक लगते ही छापेमारी कर रहा है। कई शादी आयोजक ऐसे मामलों में परमिशन नहीं मिलने पर पता बदलने की कवायद में लगे हुए हैं। इस समय जिले में महज 102 गेस्ट हाउस ही सराय एक्ट के तहत पंजीकृत हैं।

गेस्टहाउस ओनर्स बोले, हम पर ही कार्रवाई क्यों?

इतनी सख्ती होने के बावजूद बुधवार रात प्रशासन की ओर से 14 गेस्ट हाउस के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। इससे गेस्ट हाउस संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। गेस्ट हाउस एसोसिएशन ज्वाइंट सेक्रेटरी विद्यासागर केसरी का कहना है कि ममफोर्डगंज के एक गेस्ट हाउस में मेहमानों की संख्या को लेकर मेजबानों और गेस्ट हाउस स्टाफ के बीच हाथापाई भी हुई। वहां मेजबान सौ से अधिक मेहमान को एंट्री देने की मांग कर रहे थे। ऐसे में प्रशासन को यह पक्ष भी देखना चाहिए। दोनों ओर से नुकसान गेस्ट हाउस का ही है। इसलिए प्रशासन अगर कोई कमी पाता है तो मौके पर गेस्ट हाउस संचालक के साथ शादी समारोह के आयोजक के खिलाफ भी कार्रवाई करे।

नए निर्देशों से लौटी रौनक

-शासन ने शादी विवाह समारोह में पुलिस और प्रशासन की सख्ती को देखते हुए नए निर्देश जारी किए हैं।

-इसके तहत शादी के लिए अब परमिशन लेने की बाध्यता खत्म कर दी गई है।

-अब सिर्फ नजदीकी थाने पर इस बाबत सूचना देनी होगी।

-वहीं बैंड, डीजे और रोड लाइट के लिए भी छूट दे दी गई है।

-इस छूट का तत्काल प्रभाव देखने को मिला कि गुरुवार को शहर में होने वाली शादियों में लोग डीजे की धुन पर थिरकते नजर आए।

-वहीं शासन का कहना है कि शादी में आने वाले मेहमानों के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सहूलियत से पेश आएं।

-अगर कहीं पर यह शिकायत मिलती है कि बारात में पहुंचे अधिकारी ने चेकिंग के नाम पर मनमानी की है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

एक ओर मेजबान हम पर अधिक लोगों के प्रवेश के लिए दबाव डालते हैं। दूसरी ओर प्रशासन कार्रवाई करने की धमकी देता है। मेरा कहना है पुलिस प्रशासन को दोनों पक्षों पर एक्शन लेना चाहिए।

-विद्यासागर केशरी, ज्वॉइंट सेग्रेटरी, गेस्ट हाउस एसोसिएशन

लोगों का कहना है कि शादी में अधिक से अधिक मेहमान अटेंड किए जाएं। प्रशासन कहता है कि सौ से अधिक को एंट्री नहीं दी जाएगी। कई जगह आयोजक और गेस्ट हाउस संचालकों के बीच इस मामले को लेकर झगड़ा भी हुआ है।

-गुफरान अहमद, वाइस प्रेसीडेंट, गेस्ट हाउस एसोसिएशन

डीजे बजाने का निर्देश तो मिला है, लेकिन एक दिन की बुकिंग तो कैंसिल ही हो गई। यह तो गनीमत रही कि जिन्होंने बुकिंग कराई थी उन्होंने पैसे वापस नहीं लिए थे। उसी से काम चलाया गया है।

-रमेश कुमार चावला, लाइट एंड डीजे

शहर में बडी संख्या में डीजे ओनर मौजूद हैं। एक दिन में करीब 500 शादियां थीं। वहां तो डीजे बजा नहीं। अब भला उनकी भरपाई कौन करेगा। खैर, निर्देश जारी करके प्रशासन ने थोड़ी राहत दे दी है।

-विवेक शारदा, डीजे एंड साउंड सिस्टम