तीन हॉस्पिटल्स में महिलाओं ने सबसे पहले लगवाई वैक्सीन

महिलाएं क्या नही कर सकती हैं। उनके लिए कुछ भी नामुमकिन नही है। इस बात को उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन सही करके दिखा दिया। जिन छह सेंटर्स पर पहले दिन वैक्सीन लगाई गई उनमें से तीन में लाभार्थी महिलाएं थीं और उन्होंने स्वेच्छा से सबसे आगे आकर कोरोना का टीका लगवाया। इतना ही नही, उन्होंने दूसरों का भी वैक्सीनेशन के लिए हौसला बढ़ाया।

नहीं दिखा चेहरे पर कोई डर

शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन के उदघाटन के मौके पर प्रयागराज में एमएलएन मेडिकल कॉलेज, काल्विन हॉस्पिटल, डफरिन और कमला नेहरू हॉस्पिटल में टीकाकरण कराया गया था। इसमें से काल्विन की सीएमएस डॉ। सुषमा श्रीवास्तव, डफरिन की एसआईसी डॉ। ज्योति कुमारी और कमला नेहरू की 70 साल की मैट्रन डेल्फी एलपी शामिल रहीं। इन तीनों महिलाओं ने सबसे आकर कोरोना की वैक्सीन लगवाई और इसके बाद आधे घंटे तक आब्जर्वेशन में रहने के बाद दूसरों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया।

हमारा फर्ज था आगे आना

काल्विन हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ। सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि उनका नाम पहले से सूची में पहले स्थान पर था। जब उन्होंने इसे देखा तो उन्हें खुशी महसूस हुई। उन्होंने कहा कि लोगों के दिल में जो भ्रांतियां थी उनको दूर करने केलिए सबसे पहले टीका लगवाना जरूरी था। डॉ। ज्योति कुमारी ने बताया कि टीका लगवाने के बाद आधे घंटे तक सभी की उन पर नजर थी। इससे वह नर्वस नही हुई और आराम किया। उन्हें इस दौरान किसी प्रकार की कोई प्राब्लम नही हुई। केएनएमएच की मैट्रन ने बताया कि उनके लिए सबसे पहले टीका लगवाना गर्व की बात थी। ऐसा करके उन्होंने बाकी लोगों को आगे आने का रास्ता दिया है।

एक-एक सेकंड पर थी सभी की नजर

सोरांव में डॉ। आशुतोष कुमार, एमएलएन में डॉ। प्रभात और फूलपुर में डॉ। डीएम त्रिपाठी को पहले नंबर पर टीका लगाया गया। पहले लाभार्थी को टीका लगाने के बाद आधे घंटे तक उनका आब्जर्वेशन करीब से किया गया। निगरानी रूम में मौजूद मेडिकल स्टाफ की उन पर नजर थी। इस दौरान सीएमओ ने डॉक्टर्स को आईईएफआई किट तैयार रखने को कहा था। लेकिन भगवान शुक्र था कि जिले में वैक्सीनेशन के दौरान कोई अनहोनी देखने में नही आई। पहले लाभार्थियों के टीकाकरण के बाद सुरक्षित आधे घंटे बीतने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली।

सीएम की इच्छा थी कि वैक्सीनेशन में महिलाओं और स्वीपर को प्राथमिकता दी जाए। इसका ख्याल रखा गया। तीन केंद्रों पर महिलाओं ने आगे आकर एक मिसाल कायम की है। उनके इस हौसले की जितनी तारीफ की जाए कम होगी।

डॉ। राहुल सिंह,

नोडल कोरोना वैक्सीनेशन प्रयागराज