प्रयागराज (ब्‍यूरो)। संगम बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हनुमान मंदिर के आसपास स्थित अतिक्रमण को हटाने का काम जारी है। महाकुंभ से पहले इस काम को पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। काम पूरा होने के बाद प्रभु बजरंगबली के धाम में और चारचांद लग लाएगा। महाकुंभ में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए भी महाबली की मंदिर आकर्षण का केंद्र होगी।

2.76 एकड़ भूमि रक्षा मंत्रालय ने मेला प्राधिकरण को दी है
7500 वर्ग मीटर में है लेटे हनुमान मंदिर का निर्माण
535 वर्ग मीटर में बनेगा मुख्य मंदिर
680 वर्ग मीटर होगा मंदिर का कवर्ड एरिया
1680 वर्ग मीटर होगा आवागमन एरिया
2370 वर्ग मीटर ओपन एरिया रखने का प्लान
32 करोड़ रुपये कॉरीडोर के लिए हो चुके हैं जारी

भक्तों के आकर्षण का धाम होगा केंद्र
मेला परेड बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर की अति प्राचीन व प्रतिष्ठित मंदिर है। यहां हर रोज सैकड़ों दर्शन पूजन के लिए पहुंचते हैं। मंगलवार और शनिवार को श्रीराम भक्त की पूजा व दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। माघ मेला के दौरान तो दर्शनार्थियों की संख्या लाखों में पहुंच जाती है। भक्तों की मान्यता व विश्वास है कि लेटे हुए प्रभु हनुमानजी उनकी मनोकामना की पूर्ति करते हैं। अगले वर्ष 2025 में यहां महाकुंभ का आयोजन होगा। इसके पहले मंदिर के सौंदर्यीकरण यानी हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम पूरा किया जाएगा। इसी महाकुंभ के मद्देनजर मंदिर कॉरिडोर का काम प्लान के अनुरूप शुरू हो गया है। मंदिर के आसपास सड़कों व खाली जमीन पर दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू हो गया है। मंदिर के आसपास सैकड़ों की संख्या में दुकानदार दुकान लगाते हैं। इनमें ज्यादातर खिलौने व चूड़ी जैसे कास्टमेटिक आइटम, झंडा, शंख, झंडा, माला फूल, प्रसाद, नास्ता की दुकानें शामिल हैं।

दुकानें हटाने के लिए नोटिस
दुकानदार प्रेमचंद्र, दीपक निषाद, जया माली, रोहित कुमार, नारायण दास आदि कहते हैं कि प्रशासन की तरफ से उन्हें दुकान हटाने के लिए कहा गया है। अल्टीमेटम है कि वे अपनी दुकान को नहीं हटाएंगे तो प्रशासन द्वारा हटाने पर होने वाले नुकसान के जिम्मेदार वे खुद होंगे। मेला प्रशासन से जुड़े लोगों की मानें तो हनुमान मंदिर कॉरिडोर के निर्माण में हवन कुंड, गर्भगृह, श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरा, तीन प्रवेश द्वार, तीन निकास द्वारा के साथ वाहन पार्किंग जैसे अन्य कार्य शामिल हैं।