प्रयागराज ब्यूरो । उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में खुसरोबाग में चल रही जश्न-ए-कव्वाली में शनिवार की शाम वाराणसी से पधारी कव्वाल गायिका हिना नाज के नाम रही। उन्होंने एक से बढ़कर एक नगमे पेश कर समा बांध दिया। इस सुरीली प्रस्तुति में शामिल होने वाले सभी श्रोता मंत्र मुग्ध दिखाई दिए। दूसरे दिन के प्रोग्राम का शुभारंभ विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेयी ने किया।
आडियंस को भाया सूफियाना अंदाज
हिना नाज और साथियों ने श्रोताओं का एहतराम किया और कहके कोई भगवान पुकारे कोई अल्लाह ताला वो है दोनों का रखवाला सूफियान अंदाज में महफिल का आगाज कर खूब तालियां बटोरी। इसके बाद गजल इस तरह मेरी वफाओं का सिला देता है के साथ उन्होंने महफिल-ए- शमां को और रौशन किया। जगमग रौशनी से नहाये ऐतिहासिक मकबरे में मधुर संगीत का मिलन उसकी छटा में चार चांद लगा रहे थे। बांध लो सर पे अपने कफऩ साथियों जान से भी है प्यारा वतन साथियों की प्रस्तुति ने श्रोताओं को राष्ट्र प्रेम से ओत प्रोत कर दिया। कर तो लिया है प्यार निभाओगे किस तरह की प्रस्तुति आडियंस के दिलों को छू गई। उन्होंने श्रोताओं की मांग पर कुछ फिल्मी तरानों से महफिल को सजाया। फैज कादरी का नगमा हम हैं हिन्दुस्तानी, हिन्दुस्तान हमारा है गाकर माहौल को रूहानी बना दिया। हिना नाज के साथ ढोलक पर अतीक व सैफ, तबला पर संजय, बैंजो पर असलम, हारमोनियम पर शुहानी खा तथा कोरस पर अनवर ने साथ दिया। केंद्र निदेशक प्रो। सुरेश शर्मा ने चीफ गेस्ट का वेलकम बुके भेंट करके किया।