प्रयागराज (ब्यूरो)लोकसभा चुनाव की दस्तक होते ही ट्रेवल्स में चार पहिया वाहनों की किल्लत होने लगी है। खासकर चार पहिया एसयूवी ऊंचे दामों पर मिल रही है। इनकी बुकिंग कराने के लिए मजबूरी में दो से तीन गुना किराया चुकाना पड़ रहा है। उधर, वाहन स्वामी भी परेशान हैं। जिला प्रशासन की नोटिस पहुंचने के बाद वह अपना वाहन चुनाव से मुक्त कराने के लिए आरटीओ को प्रार्थना पत्र दे रहे हैं। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासन को तीन हजार छोटे-बड़े वाहनों की आवश्यकता है।

23 से 25 मई तक है जरूरत
प्रयागराज की दोनों लोकसभा सीटों पर छठवें चरण के तहत 25 मई को मतदान होना है। इसेक लिए पुलिस और प्रशासन को तीन हजार ट्रक, बस, कार आदि की जरूरत है। यह वाहन 23 से 25 मई के बीच जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहीत रहेंगे। इन वाहनों जरिए मतदान कार्मिकों और ईवीएम को पोंिलंग बूथ तक भेजा जाएगा। इसके अलावा छोटे वाहनों में अधिकारियों को भ्रमण कराया जाएगा।

500 से अधिक अप्लीकेशन
आरटीओ की ओर से चुनाव में कामर्शियल वाहनों को नोटिस भेजा गया है। इनमें सबसे ज्यादा चार पहिया छोटे वाहन हैं। यही कारण है कि आरटीओ आफिस में अभी तक पांच सौ वाहन स्वामी अप्लीकेशन देकर अपने वाहनों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त कराने का प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। इनके प्रार्थना पत्र पर 18 मई को सुनवाई की जानी है। अधिकारियों का कहना है कि बिना वाजिब कारण किसी भी वाहन मालिक को रियायत नही दी जा सकती है।

1152
बसों की डिमांड की गयी है चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए
48
ट्रक की जरूरत होगी चुनावकर्मियों के लिए
705
हल्के वाहन की जरूरत बतायी गयी है पुलिस के लिए
721
हल्के वाहन की मांग प्रशासन की तरफ से की गयी
2200
भारी वाहनों को भेजा गया अधिग्रहण नोटिस
5000
हल्के वाहनों को भेजा गया अधिग्रहण नोटिस

दोनो ग्राउंड पर जमा होंगे वाहन
18 मई को सुनवाई के दौरान जिन हल्के वाहनों को मुक्त नही किया जाएगा
21 मई को जीआईसी ग्राउंड और भारी वाहनों को परेड ग्राउंड पर जमा कराना होगा।
ऐसा नही करने पर वाहन मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी।
23 से 25 मई के बीच चुनाव ड्यूटी के दौरान वाहनों को 23 मई को केपी ग्राउंड में पार्क कराया जाएगा
24 मई को वह वाहन निर्वाचन स्थल के लिए रवाना किए जाएंगे।

बॉक्स
अभी एसयूवी नही है खाली
उधर चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान चार पहिया एसयूवी वाहन जैसे इनोवा, थार, मार्शल, बोलेरो, पजेरो, फारचूनर आदि की डिमांड बढ़ गई है।
ट्रेवल्स मालिक इन वाहनों को दो से तीन गुने दाम पर किराए पर उपलब्ध करा रहे हैं।
उनका कहना है कि 21 से 25 मई के बीच वाहन अधिग्रहण के दौरान वाहनों की अधिक किल्लत हो जाएगी।
अभी उनका ध्यान पूरी तरह से वाहनों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त कराने पर है। इसको लेकर उन्होंने प्रार्थना पत्र दे रखा है।