प्रयागराज (ब्यूरो)। हार्ट अटैक साइलेंट किलर बनता जा रहा है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट की मौत हार्ट अटैक से हो गई। वह कार खुद ड्राइव करते हुए ड्यूटी पर जा रहे थे। रास्ते में सीने में तेज दर्द उठा। इससे उन्हें कार को साइड में लगाने का मौका मिल गया लेकिन जान बचाने का केाई इंतजाम नहीं कर पाये। कार की सीट पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रयागराज में इस तरह का यह पहला केस नही है। अचानक हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। एक महीने के भीतर ही पांच स्थानों से ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें आर्ट अटैक पब्लिक प्लेस पर आया लेकिन सामनेवाले की जान नहीं बचायी जा सकी। इन घटनाओं से तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन फिलहाल जवाब पर कोई बात नहीं हो रही है।
संभलने का भी नहीं मिला मौका
झूंसी के बदरा सोनौटी गांव के सामने बुधवार की सुबह यह घटना घटी। हंडिया के उपरदहा सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार रोजाना की तरह कार चलाकर ड्यूटी पर जा रहे थे। बदरा सौनोटी के सामने उनके सीने में तेज दर्द होने लगा। उन्होंने कार सड़क किनारे लगा दी और थोड़ी देर में उनकी जान चली गई। सूचना पर पहुंचे झूंसी एसओ ने बॉडी को कब्जे में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ सुरेश चंद्र यादव को इसकी सूचना दिया। केंद्र अधीक्षक ने बताया कि संत कबीर दास नगर के प्रमोद कुमार (45) रोज अपनी कार ड्राइव करके ड्यूटी पर आते थे। उन्होंने पहले इस तरह की कोई शिकायत भी नहीं बतायी थी। सूचना पर पहुंची मृतक की पत्नी आराधना व बच्चों का रो रोकर बुरा हाल था। उनके एक बेटा और एक बेटी परिवार में है।
शहर में हुई हार्ट अटैक से डराने वाली घटनाएं
खेलते समय गिरे और जान गई
केपी कॉलेज ग्राउंड पर मेजर रंजीत सिंह स्टेडियम में 25 अप्रैल 2024 की मार्निंग बैडमिंटन खेलने पहुंचे खिलाड़ी देव गुरनानी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वह कीडगंज के रहने वाले थे। कोर्ट पर पहुंचने से पहले उन्होंने रोज की तरह एक्सरसाइज भी की थी। उनके साथ खिलाड़ी भी कोर्ट पर मौजूद थे। शाट मारते समय वह अचानक कोर्ट पर गिर गये। जब तक खिलाड़ी कुछ सोच पाते और उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचते वह दम तोड़ चुके थे।
सोकर उठे और सीने में उठा दर्द
एक सप्ताह पहले बसपा के पूर्व विधायक मुज्तबा सिद्दीकी के बड़े बेटे अब्दुल्ला के साथ भी कुछ ऐसी ही घटना हुई। वह महज 36 साल के थे। मार्निंग में सोकर उठे तो एकदम दुरुस्त थे। कुछ देर बाद उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई। परिवार के लोग जब तक उन्हें लेकर डॉक्टर के पास पहुंचते वह दम तोड़ चुके थे।
वकील को मौका ही नहीं मिला
ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला पिछले महीने हाई कोर्ट में सामने आया। अधिवक्ता को यहां बैठे-बैठे अटैक आया। उस वहां तमाम लोग मौजूद थे। लेकिन जब तक वह कुछ समझ पाते साथी के प्राण पखेरू हो चुके थे।
बैट्री में पानी डालते समय आया अटैक
21 नवंबर 2023 को कर्नलगंज में एक बिजली मिस्त्री की बैट्री में पानी डालते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वह स्टेनली रोड का रहने वाला था। सुनील भारतीया नाम के इस शख्स की लाश उसकी नौकरानी ने देखी तो लोगों को सूचित किया।
दरोगा भी नही बच पाये
16 जून 2023 को सिविल लाइंस थाने में तैनात दरोगा राजेश पाठक की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वह सुबह सोकर उठने के बाद स्नान कर रहे थे तभी सीने में तेज दर्द होने से उनकी मौत हो गई। वह संत कबीर नगर के रहने वाले थे।
डांस करते वक्त चली गई जान
पिछले साल फरवरी में ही एक ऐसी घटना हुई थी जो रातों रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस घटना में अपनी साली की शादी की सालगिरह में नाच रहे युवक अमरदीप वर्मा की अचानक मौत हो गई थी। इस घटना का वीडियो काफी वायरल हुआ था। मृतक एक दवा कारोबारी था और क्लाइव रोड का रहने वाला था।
दो साल में तेजी से बढ़े मामले
दो साल में हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से बढृोतरी हुई है।
एसआरएन अस्पताल की कार्डियोलाजी विभाग की ओपीडी में दो साल में हार्ट अटैक के मामलों में 30 फीसदी की बढृोतरी हुई है
इस दौरान हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या में 25 फीसदी की बढ़त हुई है।
डॉक्टर्स का कहना है कि मरीजों की उम्र का रेशियो भी कम हुआ है।
30 से 40 साल के युवाओं में भी हार्ट अटैक के मामले देखने में आ रहे हैं।
हार्ट अटैक से बचने के तरीके
समय समय पर हार्ट का चेकअप कराते रहें
तले भुने और मसालेदार चीजों से दूरी बनाएं
शराब और सिगरेट की लत से छुटकारा पाने की कोशिश करें
सुबह टहलें और ओवर एक्सरसाइज से बचें
परिवार में अगर हार्ट अटैक की हिस्ट्री है तो डॉक्टर से सलाह लें
ब्लड में क्लाटिंग की आशंका होने पर जांच कराएं
लाइफ स्टाइल काफी रफ होती जा रही है। मार्निंग वाक नहीं करना और नियमित एक्सरसाइज से दूरी हार्ट अटैक का कारण बन रही है। बाजार में फास्ट फूड का अधिक इस्तेमाल हो रहा है। लोग परंपरागत भोजन से दूरी बना रहे हैं। लक्षणों को लेकर भी लोगोंं को होशियारी बरतनी चाहिए।
डॉ। मो। शाहिद
कार्डियोलाजिस्ट, एसआरएन अस्पताल प्रयागराज