वैक्सीनेशन से ठीक पहले धड़ाम हो गया कोविन पोर्टल
लाभार्थियों को फोन करके दी गई जानकारी
इसे कहते हैं सिर मुंडाते ही ओले पड़ना। कोरोना वैक्सीनेशन की लांचिंग में लगे स्वास्थ्य विभाग को 24 घंटे पहले कोविन पोर्टल धोखा दे गया। शुक्रवार को दिनभर पोर्टल पर काम नही हो सका। ऐसे में लाभार्थियों को वैक्सीनेशन का मैसेज नही पहुंचा और उनको फोन करके वैक्सीन लगवाने की सूचना दी गई। देर शाम तक यही क्रम चलता रहा। कर्मचारियों ने 600 हेल्थ वर्कर्स को फोन पर वैक्सीन लगाए जाने की जानकारी दी।
पोर्टल से मैसेज की आटोमेटिक डिलीवरी
कोरोना वैक्सीनेशन को सफल बनाने के लिए सरकार ने कोविन पोर्टल बनाया है।
इस पोर्टल पर लाभार्थियों की सूची लोड करने के बाद उनके फोन नंबर पर आटोमेटिक मैसेज पहुंच जाता है।
जिससे लाभार्थियों को वैक्सीनेशन के दिन और समय की जानकारी हो जाती है।
शुक्रवार को इस पोर्टल ने काम ही नही किया।
इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हैरान रह गए।
इसके चलते लांचिंग वाले सभी छह सेंटर्स के छह सौ लाभार्थियों को टेलीफोन के जरिए वैक्सीनेशन की जानकारी दी गई।
पोर्टल काम नही करने से कई जरूर काम भी ठप रहे।
अपलोड की जाती है जरूरी जानकारी
वैक्सीनेशन के परपज से कोविन पोर्टल काफी महत्वपूर्ण है।
इस पोर्टल के जरिए ही 28 दिन बाद दूसरी डोज के लिए भी लाभार्थियों के पास आटोमेटिक मैसेज जाएगा।
पोर्टल के काम नही करने से यह मामला भी अधर में नजर आ रहा है।
अगर जल्द ही पोर्टल की सेवाएं शुरू नही हुई तो स्वास्थ्य विभाग की पूरी कारगुजारी पर पानी फिर सकता है।
मार्निग में जाएगी वैक्सीन
वाराणसी से बुधवार की रात प्रयागराज पहुंची वैक्सीन को इस समय बेली हॉस्पिटल के स्टोर में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है।
यह शनिवार सुबह ठीक पहले वैक्सीनेशन सेंटर पर पुलिस सुरक्षा में ले जाई जाएगी।
शुक्रवार को दोनों ग्रामीण हॉस्पिटल्स में वैक्सीन भिजवा दी गई।
इनको दोनों हॉस्पिटल्स में रखे आईएलआर में रखा गया है।
वैक्सीन लगवाने वालों को मिलेगा इनाम
सरकार ने वैक्सीनेशन करवाने वालों के लिए लकी ड्रा की व्यवस्था भी की है।
लाभार्थियों को इस दौरान दिए जाने वाले कार्ड में यूनिक नंबर होगा।
इस नंबर के लकी ड्रा में आने के बाद लाभार्थी को इनाम भी दिया जाएगा।
यह लकी ड्रा डिस्टिक्ट वाइज होगा।
इसका उददेश्य लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरुक किए जाने का है।
शुक्रवार को दिनभर पोर्टल के काम नही करने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लाभार्थियों को फोन करके सूचना दी गई। पोर्टल के ठप होने की जानकारी शासन को दे दी गई है। समझ नही आ रहा कि ऐन वक्त पर ही पोर्टल हैंग होना था।
डॉ राहुल सिंह,
नोडल कोरोना वैक्सीनेशन प्रयागराज