प्रयागराज (ब्यूरो)। विकास के कार्य ने ममफोर्डगंज, बेली और म्योराबाद एरिया में रहने वाले हजारों परिवारों का जीना मुश्किल कर दिया है। बेली के पास बन रहे सिक्स लेन ब्रिज पर इन दिनों पॉवर प्लांट से लाकर राख डाली जा रही है। यह राख हवा में उड़कर दूर तक फैल रही है। इससे लोगों की छतों की फर्श पर एक परत धूल जमा हो गई है। धुले हुए कपड़े सुखाने के लिए बाहर डालना मुश्किल हो गया है। दमा के पेशेंट्स का घर से निकलना दुश्वार हो गया है। घरों में काम करने वाली महिलाओं के सामने समस्या खड़ी हो गयी है कि वह कितनी बार झाडू पोछा करें। तमाम लोग धूल से गले में खरास और खांसी जैसी समस्या झेल रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेस्क्ट रिपोर्टर के रियलिटी चेक में यह हकीकत बुधवार को सामने आयी।
जुबां पर दिल का दर्द
मलाका से लेकर बेली नाला तक पर मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एण्ड हाईवे के द्वारा सिक्स लेन का ब्रिज गंगा नदी में बनाया जा रहा है। महाकुंभ से पहले चालू कर देने का प्रेशर होने के चलते करीब 9.9 किलोमीटर लम्बे इस ब्रिज पर दिन रात काम चल रहा है। बेली के पास ब्रिज के इडिंग प्वाइंट पर पिछले कुछ हफ्तों से पॉवर प्लांट की राख मंगा कर डाली जा रही है। कुछ स्थानों पर मिट्टी भी गिराई जा रही है। राख और मिट्टी पर पर्याप्त पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। इससे हवा में उड़ रही धूल लोगों के घरों तक पहुंच रही है। आलम यह है की छत के फर्श पर कई लेयर की धूल और राख की चादर बन गई है। लोगों का छतों पर टहलना तो दूर बैठना तक दुश्वार हो गया है। खिड़कियों व दरवाजों के घरों और दुकानों के अंदर भी यह धूल पहुंच रही है। लोगों ने बताया कि दिन में दो से तीन बार घरों की सफाई करनी पड़ रही है।
डेवलपमेंट का काम हो रहा है होना भी चाहिए। मगर, उससे आसपास के लोगों को होने वाली समस्याओं पर जिम्मेदारों को गौर करना चाहिए। दिन में दो से तीन बार सफाई करनी पड़ती है।
संजीव श्रीवास्तव मम्फोर्डगंज एचआईजी कॉलोनी
श्वांस के जरिए यह डस्ट शरीर में प्रवेश कर रही है। इससे बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है। खांसी और गले में खरास व सीने में जल जैसी समस्या अभी ही तमाम लोग पीडि़त हो गए हैं।
प्रो। एके श्रीवास्तव मम्फोर्डगंज एचआईजी कॉलोनी
वाटर स्प्रे के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किए जाने से ही यह समस्या बन गई है। हजारों घरों के लोग डस्ट से परेशान हैं। छत और गाडिय़ों पर यह धूल चादर की तरह फैल गई है।
संजय सिंह मम्फोर्डगंज एचआईजी कॉलोनी
सुबह ही सफाई किया था अभी दो बज रहे हैं और एक डस्ट फिर जमा हो गई है। उड़ रही धूल आसपास के लोगों के लिए बीमारी का घर बन गई है। ब्रिज में डाली जा रही राख पर पर्याप्त पानी का छिड़काव नहीं किया जाना बड़ी वजह है।
श्लोक मिश्रा म्योराबाद नाला के पास
दुकानों में यह राख और धूल सामानों पर पड़ रही है। आसपास की दुकानों पर कुछ खाना तो दूर चाय तक पीने लायक नहीं है। आसपास बिकने वाली हर सामान पर धूल बैठ रही है। एक तो श्वास से शरीर में धूल जा ही रही, ऊपर से खाद्य सामग्रियों पर भी धूल बीमारी का घर ही है।
मिंटू यादव म्योराबाद नाला के पास
कार्यदायी संस्था को डस्ट पर पर्याप्त वाटर स्प्रे के निर्देश गए हैं। यदि इस काम में ढिलाई बरती जा रही है तो टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। राख या मिट्टी डालने का काम किया जा रहा तो उस पर इतना पानी डाला जाय कि वह एयर में उड़े नहीं।
विजय विश्वास पंत मंडलायुक्त प्रयागराज