प्रयागराज ब्यूरो । उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज के स्थापना दिवस के अवसर पर एक भव्य समारोह के तहत विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सोमवार को एनसीजेडसीसी के मल्टीस्पेशियालिटी हॉल में किया गया। प्रोग्राम की जान हिमानी राव और उनकी टीम की कथक प्रस्तुति रही। इस मौके पर लोकल आर्टिस्ट्स को भी परफॉर्म करने का मौका मिला तो उन्होंने आडियंस का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

श्री राम चन्द्र कृपालु भजमन

कल्चरल प्रोग्राम की शुरूआत शिवशंकर मिश्रा ने श्री राम चन्द्र कृपालु भजमन, चैत मास चुनरी रंगाय दा हो राम, माई का पिचकारी न मारो नंद लाला रे और पायो जी मैंने राम रतन धन पायो की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसी क्रम में हिमानी रावत एवं साथी कलाकारों द्वारा शिव पंचाक्षर नम: शिवाय पर कथक नृत्य तथा रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी। ढेडिया लोकनृत्य की प्रस्तुति पूर्णिमा सिंह के निर्देशन में साथी कलाकारों ने देकर समा बांध दिया।

सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना है

इस अवसर पर केंद्र निदेशक प्रो। सुरेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र का उद्देश्य सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना और युवा पीढ़ी के बीच में भारतीय कला और संस्कृति के प्रति रुचि जागृत करना है। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज ने न केवल प्रयागराज बल्कि पूरे देश में संस्कृति और कला के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा केंद्र कला और संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए सदा से प्रयासरत है। राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजे जाने पर केंद्र के अधिकारियों ने निदेशक को पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर केंद्र के अधिकारी, कर्मचारी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।