इन तारीखों पर है लगन

25 नवंबर

30 नवंबर

01 दिसंबर

02 दिसंबर

06 दिसंबर

07 दिसंबर

08 दिसंबर

09 दिसंबर

11 दिसंबर

13 दिसंबर

-शादी समारोह में सौ मेहमानों के नियम ने लोगों को परेशानी में डाला

-बंट चुके हैं निमंत्रण कार्ड, किसको मना करें यह है बड़ा सवाल

PRAYAGRAJ: इस लगन में जिनके घर शादी है उनके सामने सरकार के नए आदेश से असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि इस सिचुएशन में क्या किया जाए? दरअसल, सरकार ने कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के लिए शादी समारोह में सौ से अधिक मेहमान बुलाने पर रोक लगा दी है। जबकि कई लोगों के यहां शादी के कार्ड बंट चुके हैं। अब लोग परेशान हैं कि किसको मना करें और किसको बुलाएं। उधर, अधिकारियों का कहना है कि सौ से अधिक लोगों के समारोह में एकत्रित होने पर कोरोना महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

घर में ही नाराज हो जाएंगे लोग

गौरतलब है कि इस साल नवंबर तक बहुत ही सीमित संख्या में लगन हैं। इनमें 25 नवंबर, 30 नवंबर, 01 दिसंबर, 02 दिसंबर, 06 दिसंबर, 07 दिसंबर, 08 दिसंबर, 09 दिसंबर, 11 दिसंबर और 13 दिसंबर को लगन है। हर डेट तिथि पर शहर में सैकड़ों की संख्या में शादी होनी है। अभी तक सरकारी नियम के मुताबिक दो सौ लोग समारोह में शामिल हो सकते थे। अब सरकार ने शनिवार को आदेश जारी कर यह संख्या घटाकर सौ कर दी है। इससे बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। लूकरगंज के रहने वाले विवेक के चचेरे भाई की शादी है। वह कहते हैं कि हमारे परिवार में पास और दूर मिलाकर एक दर्जन से अधिक मौसा और फूफा हैं। अब इनमें से कईयों का नाम काटना होगा। क्योंकि दोस्त और पड़ोसियों को भी बुलाना है। लेकिन टेंशन यह है कि नहीं बुलाने पर मेहमानों का मुंह फूल जाएगा।

पहले ही दी जा चुकी है परमिशन

कलेक्ट्रेट में रोजाना लगभग सौ आवेदन शादी समारोह की परमिशन के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें से कइयों को परमिशन पहले दी जा चुकी है जिसमें दो सौ लोग की कैपिसिटी शामिल है। ऐसे में अधिकारियों का कहना है कि लोगों को स्वत: नए आदेश को संज्ञान में लेना होगा। परमिशन में जहां पर दो सौ लिखा है वहां सौ लोगां की परमिशन मान ली जानी है। नियमों का उल्लंघन करने पर कोरोना महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश को गेस्ट हाउस संचालकों को भी स्वत: संज्ञान में लेना होगा।

बुक हो चुकी हैं सुविधाएं

एक ओर नाते-रिश्तेदारों समेत दोस्तों का नाम काटने की टेंशन है तो दूसरी ओर कई लोगों का पैसा भी फंस चुका है। लोग दो सौ लोगों की कैपासिटी के हिसाब से गेस्ट हाउस, कैटरिंग आदि बुक करा चुके हैं। इसका पैसा भी जमा किया जा चुका है। अब उन्हें नए सिर से इंतजाम करना होगा। वेंडर्स का कहना है कि अब पैसा वापस करना आसान नहीं होगा। हमने भी बाजार से चीजें मंगा ली हैं।

यह भी एक बड़ी वजह

इस साल अप्रैल में कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया था। इसके चलते मई-जून की लगन में गिनी-चुनी शादियां ही हो सकीं। ऐसे में लोगों को नवंबर-दिसंबर की लगन का इंतजार था। लेकिन फिर से बढ़ते कोरोना केसेज के चलते मेहमानों की संख्या में फिर से कटौती हो चुकी है। अगली लगन अब 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। ऐसे में जिनकी शादी काफी दिनों से फिक्स है वो इसी लगन में इसे निपटा देना चाहते हैं।

सरकार के आदेश से दिक्कत तो होगी लेकिन कोरोना को रोकने के लिए हमे यह कदम उठाने ही होंगे। हमने तय किया है कि सौ-सौ की संख्या में मेहमानों को कई चरणों में डील किया जाएगा। कुछ लोगों का कार्ड भी रोका गया है। उन्हें बाद में एंटरटेन किया जाएगा।

प्रीतू

परिवार में शादी है। मेहमानों की लिस्ट काफी बड़ी है। पहले ही इसमें से नाम कम करने में दिक्कत हो रही थी और अब कैपिसिटी सौ कर दी गई है। अब यह प्राब्लम बढ़ गई है। जिन लोगों को नहीं बुलाएंगे उनकी नाराजगी दूर करना काफी मुश्किल हो जाएगा।

-राधेश्याम

पूरे प्रदेश के लिए नियम जारी हुआ है। जो लोग पहले परमिशन ले चुके हैं उन्हें दो सौ की जगह सौ लोगों को ही बुलाना होगा। नियम का उल्लंघन करने पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है।

सिटी मजिस्ट्रेट, प्रयागराज

नवंबर और दिसंबर मिलाकर कुल दस तारीखों पर ही लगन है। इसके बाद अगली लगन 22 अप्रैल 2021 को है। पिछली सहालग में भी सीमित संख्या में ही शादियां हुई हैं। ऐसे में बहुत से लोग हैं जो ज्यादा वेट नहीं करना चाहते। ऐसे में लोग इसी साल शादी करने की तैयारी में हैं

-पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली,

उत्थान ज्योतिष संस्थान