प्रयागराज ब्यूरो । मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा सिविल सर्विसेज की तैयारी कैसे करें योजना एवं रणनीति विषय पर वर्कशाप का आयोजन शनिवार को किया गया। संयोजन संस्थान के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विभाग की एचओडी निदेशक प्रो। आरएस वर्मा, और संस्थान की पुरा छात्र प्रो। ज्योत्सना सिन्हा ने एवं शुभारंभ संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरएस वर्मा, मैकेनिकल इंजीनियरिंग 2019 बैच के आईपीएस वैभव प्रिया, आईएएस नवनीत छाबड़ा ने दीप प्रज्वलित करके किया।

तैयारी के टिप्स बताये

संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरएस वर्मा ने अतिथियों का स्वागत बुके देकर किया। उन्होंने कहाकि यहां के टेक्नोकेट्स में प्रतिभा की कोई नहीं है। लक्ष्य तय करके मेहनत करना है। आपकी पृष्ठभूमि आपका भविष्य निश्चित नहीं करेगी बल्कि मेहनत और दृढ़ता आपको सफलता दिलाएगी। इसलिए आपको अपना एफर्ट नहीं छोडऩा है। आईपीएस वैभव प्रिया ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए तैयारी का फॉर्मूला बताया। तैयारी के फेज क्या होने चाहिए और कैसे स्टेप बाइ स्टेप आगे बढऩा है इसे तय कैसे करें के बारे में बताया। सब्जेक्ट सेलेक्शन पर भी जानकारी दी और अपनी तैयारी के दौरान फोकस एरिया पर भी बात की। डिस्ट्रैक्शन कैसे होता है और उससे दूरी कैसे बनाएं? इसकी भी जानकारी उन्होंने दी। उन्होंने टेक्नोके्रट्स द्वारा पूछे गए प्रश्नों का बेबाकी से जवाब भी दिया। वर्कशाप की शुरुआत यूपीएससी के सामान्य परिचय के साथ हुई। इसके बाद एमएनएनआईटी इलाहाबाद और इसके इतिहास का संक्षिप्त अवलोकन किया गया। नवनीत छाबड़ा ने छात्रों को यूपीएससी के तीन चरणों प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू के बारे में बताया और उनमें से प्रत्येक के लिए तैयारी कैसे करें। इसके बाद उन्होंने अपने संगठन, नेक्स्ट आईएएस का परिचय दिया और छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में मदद करने में इसकी सफलता के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों को मास्लो के प्रेरणा के सिद्धांत के बारे में समझाया जहां उन्होंने एक व्यक्ति की पांच बुनियादी जरूरतों के बारे में चर्चा की। नेक्स्ट आईएएस का एक कॉर्पोरेट वीडियो भी दिखाया गया।

समझाया कैसे क्रैक करें एग्जाम

आईपीएस वैभव प्रिय ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी और उसे क्रैक करने के अपने अनुभव साझा किए। बातचीत में उनके स्कूली जीवन, उनके कॉलेज लाइफ, कोचिंग के दिनों के दौरान की तैयारी और यूपीएससी की परीक्षा पास करने की उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा के बारे में बताया। उन्होंने विशेष रूप से कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता के महत्व पर जोर दिया और सफलता के लिए मूल्यवान सुझाव और रणनीतियां भी बताई गईं। समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ जिसमें प्रतिभागियों को यूपीएससी परीक्षा और तैयारी प्रक्रिया के बारे में प्रश्न पूछने का अवसर मिला। संस्थान में टेक्नोकेट्स को यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रभावी ढंग से कार्यशालाओं, सेमिनारों और ऑनलाइन मार्गदर्शन जैसे संसाधनों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।