प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मैं फिर लौट कर आऊंगा। उसकी आंखों से मोहब्बत आंसू बनकर टपक रही थी, मगर आरपीएफ के हाथ कानून से बंधे थे। हुआ ये कि दिल्ली जा रहे लवर्स प्रयागराज जंक्शन पर गिरफ्तार कर लिए गए। दोनों ने गलती ये किया कि वह राजधानी एक्सप्रेस में सवार हो गए। चेकिंग के दौरान वह टिकट नहीं दिखा सके। जिस पर मुख्य टिकट निरीक्षक ने दोनों साढ़े दस हजार का मेमो दे दिया। जुर्माना का भुगतान नहीं करने पर दोनों को आरपीएफ के सिपाही के हवाले कर दिया गया। यहां तक तो ठीक था, मगर जब सिपाही ने पूछताछ किया तो पता चला कि दोनों घरवालों से बिना बताए जा रहे हैं, जिस पर आरपीएफ ने दोनों को प्रयागराज जंक्शन पर गिरफ्तार कर लिया। आरपीएफ ने लड़की को चाइल्ड हेल्प लाइन के हवाले कर दिया। युवक ने टिकट के जुर्माना का भुगतान कर दिया, जिस पर उसे छोड़ दिया गया।

मुगलसराय से चढ़े राजधानी पर
चंदौली के थाना साहबगंज के हरीपुर का रहने वाला संदीप पड़ोस के गांव की एक लड़की से प्यार करता है। दोनों ने बहुत प्रयास किया मगर घरवाले दोनों के रिश्ते के लिए राजी नहीं हुए। जिस पर दोनों घर से निकल गए। दोनों चंदौली से मुगलसराय पहुंचे। वहां से दिल्ली जाने के लिए राजधानी एक्सप्रेस पर सवार हो गए। रास्ते में टिकट चेकिंग के दौरान मुख्य टिकट निरीक्षक रमण कुमार ने संदीप से टिकट मांगा। मगर संदीप टिकट नहीं दिखा सका। जिस पर रमण कुमार ने संदीप को दस हजार चार सौ अस्सी रुपये का मेमो दे दिया। इसके बाद ट्रेन में आरपीएफ के सिपाही ब्रजेंद्र सिंह भदौरिया को दोनों के बारे में जानकारी दी। सिपाही ने संदीप से पूछताछ की तो दोनों का राज खुल गया। सिपाही ने आरपीएफ पोस्ट प्रयागराज जंक्शन इंस्पेक्टर शिवकुमार सिंह को सूचना दी। इंस्पेक्टर शिवकुमार सिंह ने दारोगा गौरव को गिरफ्तारी का निर्देश दिया। ट्रेन जंक्शन पहुंची तो दारोगा गौरव ने दोनों को राजधानी एक्सप्रेस से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों को आरपीएफ पोस्ट ले जाया गया। वहां पता चला कि लड़की उम्र अभी केवल सोलह साल है। इसके बाद आरपीएफ ने लड़की के पिता को फोन से सूचना दी। लड़की के पिता ने संदीप के खिलाफ किसी कार्रवाई से इंकार कर दिया। इस दौरान संदीप ने टिकट का जुर्माना अदा कर दिया।

घबराना मत, मैं हूं
जब लड़की के पिता ने संदीप के खिलाफ किसी कार्रवाई से इंकार किया तो संदीप आरपीएफ पोस्ट में लड़की को साथ ले जाने पर अड़ गया। टिकट का जुर्माना वह अदा कर चुका था। मगर आरपीएफ लड़की को छोडऩे के लिए तैयार नहीं थी। आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन को सूचना दे दी। इस दौरान संदीप लड़की को ढांढस बंधाता रहा कि तुम घबराना मत, मैं हूं, मैं लौटकर आऊंगा। आरपीएफ ने संदीप को छोड़ दिया। लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया।

युगल राजधानी एक्सप्रेस में सवार थे। दोनों पर टिकट नहीं होने पर जुर्माना लगा। जंक्शन पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। युवक ने टिकट का भुगतान कर दिया, उसके खिलाफ लड़की के पिता ने कार्रवाई से इंकार किया, जिस पर उसे छोड़ दिया गया। लड़की को चाइल्ड लाइन भेजा गया है।
शिवकुमार सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ