देवाशीष एवं करुणा मुखर्जी ने बेटियों में समेट ली है अपनी दुनिया

दोनों को मानते हैं माता वैष्णों का प्रसाद, 92 बार कर चुके हैं दर्शन

ALLAHABAD: सिटी के देवाशीष व करूणा मुखर्जी की बेटियां देवोश्री व शुभोश्री इंजीनियरिंग कर रही हैं, लेकिन माता-पिता उन्हें आईएएस बना देखना चाहते हैं। देवाशीष कहते हैं कि माता वैष्णों से एक बेटी मांगी थी, उन्होंने प्रसाद स्वरूप दो दे दी। अब हमारी दुनिया इनकी खुशियों तक सिमटी रहती हैं। पति-पत्‍‌नी अब 92 बार वैष्णों देवी जाकर माता के दर्शन कर चुके हैं।

नेशनल प्लेयर रह चुके हैं

देवाशीष हैंडबाल एवं थ्रो के नेशनल प्लेयर रह चुके हैं। उन्होंने यूपी टीम की कप्तानी भी की है। एथलेटिक्स के बेहतरीन प्लेयर रहे देवाशीष दोनों बेटियां करेंट में कमला नेहरु इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रही हैं। बेटियों ने जिद कर इंजीनियरिंग की लाइन जरूर चुनी, लेकिन माता-पिता अब भी चाहते हैं कि दोनों आईएएस बनें और देश के लिए कुछ करें। बेटियां भी उनकी इच्छा का ख्याल रखते हुए तैयारी में लगी हैं। वे बीटेक की पढ़ाई के साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी में भी लगी हैं।

मां ने भर दी झोली

देवाशीष बताते हैं कि वे शुरू से माता के भक्त हैं। संयोग से जीवनसाथी भी माता की भक्त ही मिल गई। शादी के बाद जब दोनों मां के दर्शन के लिए वैष्णों देवी के दरबार में गए तो प्रसाद में बेटी मांगी थी। इसके बाद हमारी दोनों संतान बेटियां हुई और हमने तय कर लिया कि अब इन्हीं को अपना सबकुछ मानेंगे।

दोनों में नहीं समझते फर्क

देवाशीष कहते हैं कि भले ही उकनी दो संतान हों, लेकिन वे इन्हें दो जिस्म, दो जान लेकिन एक रूप मानते हैं। दोनों को वे मां वैष्णों का प्रसाद मानते हैं और बराबर प्यार देते हैं। इस समय देवाशीष खेलों के बेहतरीन कमेंटेटर में शुमार किए जाते हैं।