- सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण छिपाने लगे लोग

- पब्लिक के बर्ताव से स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी मुश्किलें

सिटी में कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या किसी से छिपी नहीं है। रोजाना बड़ी संख्या में पेशेंट सामने आ रहे हैं। ऐसे में हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा चलाया जा रहा घर-घर सर्वे अभियान भी संक्रमितों को चिंहित करने में नाकाफी साबित हो रहा है। हालात यह है कि जांच के नाम पर अब संक्रमित घरों में छिपने लगे हैं। वह टीम के सामने नहीं आते। ऐसे में लगातार चिंहितों की संख्या में कमी आ रही है जो अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।

फोन पर करते हैं टालमटोल

स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी एरिया में 5 से 15 जुलाई के बीच घर-घर सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें आशा, आंगनबाड़ी की टीमें घरों में जाकर सर्दी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण वाले लोगों को चिंहित करती हैं। बाद में इन लोगों को नजदीक के केंद्र मे बुलाकर कोरोना की जांच कराई जाती है, लेकिन अब देखने में आ रहा है कि चिंहित किए गए लोगों को केंद्र से जांच के लिए फोन करने पर भी वह उचित रिस्पांस नहीं दे रहे हैं। जांच के नाम पर उनका रवैया टालमटोल वाला रहता है।

अब तक मिले 23 पाजिटिव

कहने को अभियान के तहत अभी तक 7.5 परसेंट लोगों का सर्वे किया जा चुका है लेकिन इनमें से अभी तक 23 पॉजिटिव ही सामने आए हैं। आंकड़ों पर जाएं तो यह टीमें 1.7 लाख घरों में दस्तक दे चुकी हैं। इनमें शामिल आशा-आंगनबाड़ी कर्मचारी घरों के गेट पर बकायदा सर्वे का चिंह भी बनाती हैं। अधिकारियों का कहना है कि कई घरों में लोग टीम को देखकर दरवाजा खोलना भी उचित नहीं समझते। इससे कर्मचारियों का मनोबल गिरता है।

छिपने-छिपाने पर हो सकती है सख्ती

अधिकारियों का कहना है कि अभियान के दौरान जो लोग टीम के सामने छिपते या छिपाते नजर आएंगे, उनके खिलाफ सख्ती हो सकती है। साथ ही जो लोग फोन पर टालमटोल कर रहे हैं उनकी भी जबरन जांच कराई जा सकती है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार के सख्त आदेश के पालन के लिए रणनीति में बदलाव भी किया जा सकता है।

अब तक अभियान

455 कुल बनाई गई टीमें

1.7 लाख घरों में पहुंची टीम

7.5 लाख लोगों का हुआ सर्वे-

167 कोविड जैसे लक्षणों वाले चिंहित

1182 कुल किए गए टेस्ट

9212 डायबिटीज, गुर्दारोग, कैंसर, ब्लड प्रेशर, हार्ट जैसे पुराने रोगों से पीडि़त पेशेंट चिंहित

शुरुआत में टीमों को बेहतर रिस्पांस मिला, लेकिन जब लोगों को पता चला कि चिंहित होने के बाद कोरोना की जांच करानी होगी तो उन्होंने छिपना शुरू कर दिया है। ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द ही सख्ती बरती जायेगी।

डॉ। सतेंद्र राय, नोडल, स्वास्थ्य विभाग