- घर से बिना किसी को कुछ बताए आठ जनवरी को घर से बाहर निकल गया था आठ वर्षीय मासूम

- मासूम का थाने पर मन बहलाने के लिए पुलिसकर्मी साथ में खेलते थे कैरम

PRAYAGRAJ: इंडस्ट्रियल एरिया थाने में मंगलवार की शाम को इमोशनल सीन क्रियट होने लगा था। जब गुम हुए आठ साल के बेटे को सामने पाकर उसके परिजन की आंखें छलक पड़ी और बेटे को मां ने सीने से लगा लिया। इसका गवाह औद्योगिक क्षेत्र थाने में मौजूद आईपीएस ऑफिसर मनीष कुमार शांडियाल समेत पूरा स्टाफ बना।

दस जनवरी को रोता मिला था मासूम

आठ साल का करन बिहार स्टेट के मुजफ्फरपुर डिस्ट्रिक्ट में पीयर थाना क्षेत्र निवासी राजेश राम का बेटा है। जनवरी माह के आरंभ में मासूम करन किसी अनजान व्यक्ति के बहकावे में आकर उसके साथ घर से बिना किसी को कुछ बताए चला गया था। अचानक गायब होने से उसके परिजन परेशान हो गए। सम्भावित जगहों पर उसके बारे में पूछताछ की गई। लेकिन करन सबके लिए पहेली बन गया था। इसबीच दस जनवरी की दोपहर में औद्योगिक क्षेत्र थाने के महुवारी गांव में ग्रामीणों को करन अकेले रोते हुए मिला। पीआरबी को ग्रामीणों ने लावारिस बच्चे के मिलने की सूचना दी। पीआरबी ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर बच्चे को लेकर औद्योगिक क्षेत्र थाने के स्टाफ के हवाले कर दिया।

किसी से नहीं कर रहा था बातचीत

थाने में लाये जाने के बाद से आठ वर्षीय मासूम किसी से कुछ भी बातचीत नहीं कर रहा था। आईपीएस ऑफिसर मनीष कुमार शांडियाल ने बच्चे से बातचीत कर उसका मन बहलाया। महिला सिपाही भी बच्चे का मन बहलाने के लिए साथ में कैरम खेलती थी। उसके थाने पर रहने रहने खाने पीने की व्यवस्था की गई। दो दिन में मासूम करन भी पूरे स्टाफ से घुलमिल गया। उसने अपने पिता का मोबाइल नंबर पुलिसकर्मियों को बताया। उस नंबर पर करन के पिता राजेश राम से आईपीएस मनीष की बात हुई। गुम हुए बेटे की मिलने की सूचना पाकर वह बहुत ही खुश हुआ। इसके बाद मंगलवार की शाम चार बजे करन को लेने उसकी मां सीता देवी अपने भाई शिवजी राम के साथ औद्योगिक क्षेत्र थाने पहुंची। जहां करन को सामने पाकर दोनों की आंखें छलक पड़ी और उसे सीने से लगा लिया।