प्रयागराज (ब्यूरो) दिल हौसला आ जाय तो कुछ कर गुजरने के लिए उम्र और आर्थिक हालात मायने नहीं रखते। इन दिनों दर्जनों मासूम इसी साहस के साथ तैर कर यमुना नदी को पार करने की जिद पर अड़े हैं। कड़ी मेहनत और लगन के बूते नौ साल की पंखुड़ी गुप्ता ने 17 मिनट में यमुना के नदी को पार करके सभी को अचंभित कर दिया। 13 साल के शिवांश टंडन ने 18 मिनट में यमुना नदी को पार करके अपने हौसले और जुनून का परिचय दिया। दस साल की आरोही सिंह भी पीछे नहीं रहीं। आरोही ने बीस मिनट में यमुना नदी का दोनों किनारा पान लिया। अब यमुना को पार करने की दि शिवांस मोहिले ने भी पाल रखा है।

बेटे की तरह बेटियां पाल रहे प्रवीण
पंखुड़ही गुप्ता समाजसेवी प्रवीण गुप्ता की दो बेटियों में छोटी है। प्रवीण गुप्ता मूल रूप से प्रयाग स्टेशन करनपुर मोहल्ले के रहने वाले हैं। इन दिनों वह मुट्ठीगंज में दोनों बेटियों के साथ रहते हैं। दोनों बेटियों को एक बेटे की तरह उन्होंने बड़े प्यार से परवरिश दी। बड़ी बेटी सीबू तैराकी का जिद पाल बैठी। बेटी की ख्वाहिश को उन्होंने मिटने नहीं दिया। कहा कि उस वक्त सीबू करीब सात साल की थी। बेटी को तैराकी सिखाने के लिए वह नवजीवन तैराकी क्लब सिंधु सागर घाट ककरहा के ट्रेनर त्रिभुवन निषाद व कमला निषाद से संपर्क किए। तैराकी में बेटी की सुरक्षा को लेकर आशंकित प्रवीण गुप्ता को ट्रेनरों ने घाट पर बुलाया। बच्चों को तैरते हुए देखकर उन्हें हौसला आया और बेटी को ट्रेनिंग में उतार दिए। एक महीने की ट्रेनिंग पूरी कर सीबू सात साल में यमुना नदी पार कर रिकार्ड कायम की। बड़ी बहन को तैरते हुए देखकर छोटी पंखुड़ी भी यमुना को पार करने की जिद पाल बैठी। नौ साल की पंखुड़ी 17 मिनट में यमुना को पार करके सभी को चौंका दिया। पंखुड़ी यूइंग क्रिश्चियन पब्लिक सीनियर सेकेंड्री स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। तैराकी में वह विश्व रेकार्ड बनाने का सपना देख रही है।

शिवांस ने नाप लिया पाट
मालवीय नगर निवासी नवीन टंडन का 13 वर्षीय बेटा शिवांस 18 मिनट में यमुना में एक से दूसरे छोर तैरकर पहुंच गया। ट्रेनर त्रिभुवन निषाद कहते हैं कि अभी वह टाइमिंग घटाने की जिद पर अड़ा हुआ है। प्रतिदिन नियमित रूप से प्रैक्टिस के लिए आता है। वह एमसीए स्कूल में कक्षा आठ का छात्र है। बीस मिनट में तैरकर यमुना पार करने वाले दस वर्षीय आरोही सिंह रमन का पुरवा सुलेमसराय निवासी सत्यनारायण सिंह के बेटे हैं। सत्यनारायण स्टॉक होल्डिंग कॉरर्पोरेशन ऑफ इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर हैं। मां पूनम सिंह परिषदीय स्कूल में टीचर हैं।


आज शिवांश करेगा प्रदर्शन
मालवीय नगर निवासी विकास मोहिले का आठ वर्षीय बेटा शिवांश मोहिले ब्रेस्टस्ट्रोक विधि से तैरकर आज यमुना नदी को पार करेगा। बताते हैं कि यह तैराकी की वह विधि है जिसमें तैराक पानी पर लेटा हुआ या खड़ा नजर आता है। हकीकत में तैर रहा होता है। इससे तैराकी की सबसे कठिन और आकर्षक विधि मानी जाती है।

तैरना तो सभी को आता है बस मन से भय और तरीका नहीं पता होता। ट्रेनिंग में हम बच्चे हों या युवा उन्हें इसी तरीके को बताते हैं। यही वजह है कि तैरना वह आसानी से सीख जाते हैं। महीने भर में तैराकी से पूरी तरह अनजान बालक या युवा बहते हुए पानी पर लेटना शुरू कर देंगे।
त्रिभुवन निषाद
ट्रेनर नवीवन तैराकी क्लब सिंघु घाट ककरहा