-कार्रवाई तय, सीओ घिर गए थे भीड़ में, बचाने में हमराही भी हुए जख्मी

ALLAHABAD: सलोरी में हुए बवाल के बाद इंस्पेक्टर कर्नलगंज सिद्धार्थ तोमर ने सीओ वीरेंद्र कुमार को अकेला छोड़ दिया था। जब भीड़ के पथराव में सीओ का सिर फट गया तो इंस्पेक्टर पीठ दिखाकर भाग खड़े हुए। सीओ अपने हमराहियों के साथ ही स्टूडेंट्स के बीच घिर गए थे। सीओ सादी वर्दी में थे और सिर्फ बातचीत के लिए गए थे। वायरलेस पर मैसेज करने के बाद जब कई थानों की फोर्स आई तब जाकर हालात काबू में आ सके। पुलिस के मुताबिक कुछ स्टूडेंट्स ने चक्का जाम किया था, लेकिन बाद में भीड़ काफी बढ़ गई थी। लॉज मालिकों पर प्रेशर बनाने के लिए ही कई अन्य लॉज के स्टूडेंट्स भी आ जुटे थे। इस मामले में इंस्पेक्टर पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।

चौकी पर नहीं सुनी गई थी बात

बवाल अचानक ही नहीं भड़का। किराए को लेकर शिकायत पुलिस चौकी पर पहुंची लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने हस्तक्षेप से मना कर दिया था। इसके बाद स्टूडेंट्स ने जाम लगाया था। जाम लगाने वाले स्टूडेंट्स का कहना था कि पुलिस किराए की बढ़ोतरी को वापस करवाए। यह भी कहना था कि पहले भी किराया 2000 रुपए लिया जा रहा है जो कि काफी ज्यादा है।

सहमे हुए लोग घरों में दुबके

स्टूडेंट्स के बवाल के बाद इलाके के लोग सहम गए। स्टूडेंट्स ने ईश्वर शरण से लेकर शुक्ला मार्केट तक तोड़फोड़ लूटपाट की। शाम के वक्त खरीदारी के लिए निकले लोग सहम गए और जान बचाकर घरों की ओर दौड़े। बवाल में आम नागरिक चोटहिल हुए तो पुलिस की जवाबी कार्रवाई में भी कई स्टूडेंट्स को चोटें आई। जिनका बवाल से कोई लेनादेना नहीं था, वह भी धर लिए गए और पीटे गए।

कुछ को पकड़ने पर बिगड़ी बात

स्टूडेंट्स का कहना है कि सीओ जिस वक्त स्टूडेंट्स से बात कर रहे थे, उसी वक्त इंस्पेक्टर कर्नलगंज ने बदसलूकी शुरू कर दी थी। उन्होंने आधा दर्जन स्टूडेंट्स को पकड़ लिया था। इसी के बाद पथराव किया गया था जिसमें सीओ जख्मी हो गए थे।

फायर ब्रिगेड को भी रोका

आगजनी की घटनाओं के बाद फायर ब्रिगेड की गाडि़यां मौके पर पहुंची तो स्टूडेंट्स ने उस पर भी पथराव किया। सलोरी की ओर बढ़ रही गाडि़यों को रोका गया। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर बलवा करने वालों को खदेड़ा तब फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग को काबू किया। नुकसान लाखों का बताया जा रहा है। आईजी ने पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों पर गंभीर धाराएं लगाने का आर्डर दिया है। रात 11 बजे तक एफआईआर नहीं दर्ज की गई थी।

पहले भी सुलग चुका है सलोरी

लॉज मालिक और स्टूडेंट्स के बीच विवाद का यह कोई पहला मामला नहीं है। दो साल के भीतर बवाल की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार बवाल में लॉज मालिकों व लोकल लोगों का ही नुकसान हुआ। गोविंदपुर व छोटा बघाड़ा में भी स्टूडेंट्स बवाल कर चुके हैं।

एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स

इलाहाबाद के गोविंदपुर, शिवकुटी, छोटा बघाड़ा व सलोरी में ही एक लाख से अधिक प्रतियोगी स्टूडेंट्स रहते हैं। यह किसी यूनिवर्सिटी या डिग्री कॉलेज में नहीं पढ़ते। सभी प्रतियोगी एग्जाम की तैयारी के लिए इलाहाबाद में रहते हैं। अक्सर रूम भी चेंज कर लेते हैं। स्टूडेंट्स भी लॉज मालिकों पर लूट का आरोप लगाते हैं। छोटे-छोटे कमरों में दो स्टूडेंट रहते हैं और किराया दो हजार तक लिया जाता है। टैगोर टाउन, अल्लापुर में भी लॉज में जमकर वसूली होती है। अनुमान है कि पूरे सिटी में लॉज में रहने वाले प्रतियोगी स्टूडेंट्स की संख्या तीन लाख से भी ज्यादा है। स्टूडेंट्स राजरूपपुर, झलवा, पीपलगांव, धूमनगंज, प्रीतम नगर, रामबाग, बैरहना, अलोपीबाग, सोहबतियाबाग में भी रहते हैं।