- अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर निबंध प्रतियोगिता में बच्चों दिखाई मातृभाषा के प्रति रुचि

ALLAHABAD: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर वात्सल्य सेवा समिति की ओर से वात्सल्य सभागार में निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल, विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के दौरान सिटी के विभिन्न स्कूलों के कुल 200 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। इस दौरान छात्रों ने अपनी लेखनी के जरिए मातृभाषा के प्रति अपने उद्गार और सोच को बेहद ही सधे अंदाज में प्रदर्शित करके निर्णायक मंडल के मेंबर्स को भी आश्चर्य में डाल दिया। दो वर्गो में आयोजित हुए निबंध प्रतियोगिता के प्रथम जूनियर कैटेगरी में स्वामी विवेकानंद विद्या मंदिर कल्याणी देवी के रामकृष्ण सिंह को प्रथम, वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल की खुशी तिवारी को द्वितीय और ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के मयंक सिंह को तीसरा स्थान मिला। सीनियर वर्ग में मधु वाचस्पति इंटर कालेज की सौम्या श्रीवास्तव को प्रथम, वशिष्ठ वात्सल्य पब्लिक स्कूल के वेदनारायण पाण्डेय को द्वितीय व ज्वाला देवी गंगापुरी के विष्णु केसरवानी को तीसरा स्थान मिला।

विचार संगोष्ठी में वक्ताओं की चर्चा

निबंध प्रतियोगिता के बाद विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो। मृदुला त्रिपाठी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मातृभाषा की उन्नति ही राष्ट्र की उन्नति है। मातृभाषा भवना को अभिव्यक्ति करने का सरल साधन है, उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि मातृ भाषा व्यक्ति के संस्कारों की संवाहक है। मातृभाषा के बिना किसी भी देश की संस्कृति की संकल्पना बेइमानी है। विशिष्ट अतिथि के रूप में सीएमपी डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ। आनंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मातृभाषा हमें राष्ट्रीयता से जोड़ती है और देश प्रेम की भावना उत्पन्न करती है। कार्यक्रम के दौरान वात्सल्य सेवा समिति की निदेशक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ। कीर्तिका अग्रवाल ने सभी आए हुए गेस्ट व स्टूडेंट्स को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन दीप द्विवेदी ने किया। इस मौके पर विजय उपाध्याय, नलिनी सिंह, युगल किशोर, राम कुमार, स्नेहलता त्रिपाठी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।