प्रयागराज (ब्यूरो)। महाकुंभ 2025 के दौरान करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को आना है। ऐसी स्थिति में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होना बेहद जरूरी है। इसको लेकर अधिकारियों के बीच लगातार मंथन होता आ रहा है। बुधवार को भी इसी कड़ी में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आमने सामने रहे। इस दौरान शहर के महत्वपूर्ण चौराहों को रि डिजाइनिंग किए जाने पर सहमति बनी। ताकि यहां पर लगने वाले जाम से निपटारा पाया जा सके।
घंटों चला मंथन, हुए निर्णय
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को सुगम बनाने तथा यातायात प्रबंधन को और बेहतर करने के दृष्टिगत इस बैठक का आयोजन आई ट्रिपल सी सभागार में किया गया। जिसमें पुलिस उप महानिदेशक भानु भास्कर की अध्यक्षता रही। इस दौरान कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुन गाबा, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद सहित तमाम अधिकारियों के बीच घंटों मंंथन चला। अधिकारियों की उपस्थिति में यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने पर कई तरह के सुझाव भी दिए गए।
हर समस्या पर हुई बिंदुवार चर्चा
बैठक में मेले के अप्रोच रोड्स पर आने वाले प्रमुख चौराहों के साथ-साथ शहर के कुछ अन्य प्रमुख चौराहों को डी-कंजिस्ट करने हेतु बनाए गए प्रेजेंटेशन का प्रस्तुतीकरण किया गया तथा सभी चैराहों से संबंधित समस्याओं पर बिंदुवार चर्चा की गई$। हर चौराहे से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु बनाई गई कार्य योजना को प्रस्तुत किया गया जिसमें चौराहों पर क्रॉस मूवमेंट को रोकने से लेकर पेडेस्ट्रियन के चलने हेतु एक अलग लेन बनाने जैसे सुझाव सम्मिलित थे$। चौराहों पर लेफ्ट टर्न फ्र करने, ऑटो एवं थ्री व्हीलर्स को वहां न रुकने देने तथा उनके लिए चौराहों से लगभग 100 मीटर दूर रुकने की व्यवस्था करने जैसे प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई$। कुछ प्रमुख चौराहे जिन पर जंक्शन री-डिजाइनिंग का कार्य किया जाएगा उनमें बांगड़ धर्मशाला, हर्षवर्धन चौराहा, जीटी जवाहर, अलोपी बाग चौराहा तथा लेप्रसी चौराहे सम्मिलित हैं$।