लोक सेवा आयोग में उत्तर पुस्तिकाओं को नष्ट करने को राज्यपाल राम नाईक ने बताया गंभीर मामला

ALLAHABAD: यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि लोक सेवा आयोग के खिलाफ जांच होगी। जांच में कुछ गलत मिला तो सरकार सख्त निर्णय लेगी। गौरतलब हो कि यूपी में योगी सरकार के गठन के तत्काल बाद उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) में चल रहे सभी प्रकार के इंटरव्यू पर रोक लगा दी गई थी जो अब भी जारी है। अब अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि आयोग के इंटरव्यू से रोक हटेगी, लेकिन सैटरडे को इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी के फाउंडेशन डे प्रोग्राम में आये डिप्टी सीएम ने सरकार का स्टैंड साफ कर दिया।

सीबीआई जांच पर चुप्पी

डिप्टी सीएम और सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने आयोग की सीबीआई जांच के सवाल पर चुप्पी साध ली, लेकिन उनके रूख से यह स्पष्ट था कि आने वाले समय में यूपी लोग सेवा आयोग के लिये मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इसी प्रोग्राम में आए यूपी के गवर्नर राम नाईक ने भी लोक सेवा आयोग के खिलाफ जांच की बात पर सहमति जताई। गवर्नर राम नाईक ने यूपी लोक सेवा आयोग में पीसीएस, लोअर सबआर्डिनेट, एपीओ समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं को नष्ट करने को गंभीर मामला बताया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इसकी जांच होगी।

ठेकेदारी का अड्डा नहीं छात्रसंघ

इससे पहले फाउंडेशन डे प्रोग्राम को सम्बोधित करते हुये डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव अगस्त- सितम्बर में करवाने पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ राजनीति की नर्सरी है, ठेकेदारी का अड्डा नहीं। सरकार की कोशिश है कि इस साल जो छात्रसंघ अस्तित्व में आए। उसका सीधा जुड़ाव अकादमिक सुधार और गतिविधियों से हो।