समिति का यौन उत्पीड़न की फिर से विशेष जांच कराने का अनुरोध

चार सदस्यीय समिति ने प्रमुख सचिव एवं निदेशक को भेजी जांच रिपोर्ट

इलाहाबाद के पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) राजकुमार यादव महिला शिक्षिकाओं से अभद्र भाषा के प्रयोग में फंस गए हैं। जांच समिति ने बैठक के दौरान एवं अन्य मौकों पर अभद्र भाषा का प्रयोग पाया है। समिति ने पूर्व डीआइओएस के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए बुधवार को रिपोर्ट प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा को जांच रिपोर्ट भेज दी है। यही नहीं शिक्षिकाओं के यौन उत्पीड़न प्रकरण की फिर से जांच कराने की संस्तुति की गई है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

दो साल पहले हुई थी शिकायत

महिला शिक्षिकाओं ने इलाहाबाद के पूर्व डीआइओएस पर यौन उत्पीड़न और दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से दो साल पहले शिकायत की थी, लेकिन शिक्षा अधिकारी की पहुंच एवं पॉवर के आगे अफसरों ने जांच नहीं कराई। तब महिलाओं ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। मुख्य न्यायाधीश के इस मामले की सुनवाई करते ही शासन ने पूर्व डीआइओएस को निलंबित करके कुशीनगर डायट से संबद्ध कर दिया। शासन ने इस मामले की जांच परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव नीना श्रीवास्तव, जेडी वित्त डा। अंजना गोयल, संयुक्त शिक्षा निदेशक गायत्री और उप शिक्षा निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी को सौंपी। समिति ने करीब एक माह में जांच पूरी की है।