Allahabad: तारीख पर तारीख, आखिर कब होगा फ्रेशर फंक्शन? यह सवाल आईईआरटी के हर एक स्टूडेंट की जुबान पर है। इंस्टीट्यूट द्वारा एक्स्ट्रा एक्टिविटीज के नाम पर हजारों रुपए के नाम पर फंड का रोना स्टूडेंट्स की समझ से बाहर है। फिलहाल उन्होंने अपने हक के लिए लडऩे का मन बना लिया है। पहले रैगिंग और अब फ्रेशर फंक्शन के इश्यू को लेकर स्टूडेंट और कॉलेज प्रशासन एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं।

क्यों हो रही है टालमटोल

कॉलेज में पहले छह अक्टूबर को फ्रेशर फंक्शन कराने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद प्रशासन ने इसे बढ़ाकर 6 और फिर 8 तारीख कर दिया। फिलहाल अब टीचर्स का कहना है कि फ्रेशर फंक्शन दशहरे के बाद आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर स्टूडेंट्स में नाराजगी बढ़ रही है। उनका कहना है कि पहली बार है जब कॉलेज प्रशासन इस इवेंट को लेकर टालमटोल कर रहा है। जबकि, ऐसा करने की कोई ठोस वजह भी उन्हें नहीं बताई जा रही है।

पैसा हमारा है तो फिर दिक्कत किस बात की

सोर्सेज बताते हैं कि कॉलेज की ओर से पर स्टूडेंट सालाना तीन हजार रुपए एक्स्ट्रा एक्टिविटीज के नाम पर जमा कराए जाते हैं। इस तरह से लगभग 48 लाख रुपए की रकम इकट्ठा होती है। ऐसे में फंक्शन के नाम पर महज ढाई लाख रुपए देने में प्रशासन को क्यों दिक्कत पेश आ रही है। इसी सवाल को लेकर स्टूडेंट्स में परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।

कमिश्नर ने भी दे दिया approval

बताया जाता है कि पिछले दिनों स्टूडेंट्स ने इस मामले को लेकर कमिश्नर से मुलाकात की थी। तब कमिश्नर ने बताया कि उनकी ओर से फंक्शन को लेकर अप्रूवल दिया जा चुका है। सोर्सेज बताते हैं कि कॉलेज और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के बीच कम्युनिकेशन गैप की वजह से प्रॉब्लम क्रिएट हो रही है। चीफ प्रॉक्टर सुभाष सिंह की मानें तो इंस्टीट्यूट ने यह नहीं कहा कि फ्रेशर फंक्शन नहीं होगा। कमिश्नर की ओर से अप्रूवल मिल चुका है, बट प्रॉसेस लेंदी होने की वजह से रकम मिलने में देरी हो रही है। जैसे ही पैसा आएगा डेट डिक्लेयर कर दी जाएगी।