प्रयागराज ब्यूरो । झूंसी में हवा की क्वालिटी सुधरने का नाम नहीं ले रही है। दिन प्रतिदिन पाल्यूशन बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को झूंसी एरिया की एयर क्वालिटी बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई। 300 का आंकड़ा पार हो जाने पर डॉक्टर्स लोगों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि अधिक देर तक हवा में रहने से सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा प्रयागराज के बाकी इलाकों में भी एयर पाल्यूशन का स्तर बढ़ा हुआ है।
निर्माण कार्यों की धूल से बढ़ी धुंध
झूंसी एरिया में पाल्यूशन का बढ़ता लेवल यहां छाने वाली धुंध से ही समझ आ रहा है। बता दें कि इस समय छतनाग और अरैल के बीच बनने वाले पुल का काम शुरू हो जाने से यहां की स्थिति अधिक चिंतनीय हो रही है। छतनाग में पुल के लिए लगातार खोदाई चल रही है और इससे उडऩे ावली धूल की वजह से हवा मैली हो रही है। इसके अलावा अंदावा चौराहे से कटका रोड बस स्टैंड के बीच रोड चौड़ीकरण की वजह से भी धूल ने एरिया को लगभग ढंक लिया है। अन्य सड़कों की मरम्मत कार्य की वजह से भी एरिया में धूल के गुबार नजर आने लगे हैं।
23 नवंबर से लगातार बढ़ रहा है स्तर
यह स्थिति एक दिन में नही हुई है। यहां का पाल्यूशन लेवल दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। आंकड़ों पर जाएं तो 23 नवंबर के बाद से एयर क्वालिटी का स्तर लगातार निचले स्तर पर जा रहा है। जबकि मंगलवार को यह बेहद खराब स्तर तक पहुंच गया है। इस क्वालिटी की खुली हवा में लंबे समय तक सांस लेने से सांस संबंधी कई बीमारियों का खतरा बना रहता है। लोग अस्थमा और एलर्जी की चपेट में भी आ सकते हैं।
दिन एयर क्वालिटी
23 नवंबर 235
24 नवंबर 248
25 नवंबर 222
26 नवंबर 237
27 नवंबर 230
28 नवंबर 305
क्या हैं एक्यआई के मानक
0 से 50- अच्छा
51 से 100- सैटिस्फैक्टरी
101 से 200- माडरेट
201 से 300- पुवर
301 से 400- वेरी पुवर
401 से 500- सीवियर


एयर पाल्यूशन से नुकसान
सांस लेने में दिक्कत व एलर्जी
खांसी और छीक लगातार आना
गले में अधिक कफ बनना
अस्थमा की शिकायत होना
लंबे समय तक रहने पर सीओपीडी का शिकार होना
धूल के कणों से त्वचा संबंधी एलर्जी होना
आंखों में इंफेक्शन का खतरा पैदा होना

अधिक धुंध होने पर मास्क लगाकर घर से निकलें
धूल होने पर आंखों पर चश्मा लगाएं
अस्थमा या सीओपीडी के मरीज डॉक्टर से सलाह लें
बार बार एलर्जी होने पर डॉक्टर से सलाह लें
यहां भी बजी खतरे की घंटी
शहर के बाकी एरिया में भी हवा की क्वालिटी बेहतर नही कही जा सकती है। तेलियरगंज एरिया में इस समय 290 और सिविल लाइंस में 234 एक्यूआई बना हुआ है। जिसे मानक के अनुरूप हवा का खराब स्तर कहा जा सकता है। इसमें भी अधिक देर तक खुली हवा में रहने से सांस लेने की समस्या हो सकती है।


300 से अधिक एक्यूआई हो जाना चिंता की बात है। खासकर उन लोगों के लिए जिनको पहले से अस्थमा या एलर्जी की शिकायत है। इसके अलावा स्वस्थ लोगों को भी सुबह शाम मास्क लगाकर निकलना बेहतर होगा।
डॉ। डीके मिश्रा, फिजीशियन