प्रयागराज ब्यूरो । मनीष को पत्नी से नाराजगी थी तो उसने अपनी दो मासूम बेटियों को क्यों मारा। इस घटना के बाद ये सवाल शायद सबके मन में उभर रहा है। फिलहाल, घटना का राज तो उसकी पत्नी से पूछताछ के बाद ही खुल सकेगा। मगर ये भी मुमकिन नहीं कि घटना का पूरा राज खुल ही जाए। क्योंकि मनीष ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया उस कारण के बारे में तो वही बता सकता था, मगर घटना के बाद उसने खुद को भी फांसी लगा ली। ऐसे में घटना का पूरा राज उसकी मौत के साथ ही दफन हो गया।
दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसे में हत्या की गुंजाइश न के बराबर है। इसके बाद घटना को लेकर जो तस्वीर बन रही है कि उस नजरिए से माना जा रहा है कि मनीष किसी न किसी बात को लेकर परेशान था। उसकी इस परेशानी में बेटियां भी शामिल थीं। शायद यही वजह है कि खुद को खत्म करने के पहले मनीष ने अपनी बेटियों को भी मार डाला। ताकि उसके मरने के बाद उसकी बेटियों को कोई तकलीफ न हो। एक तरह से बेटियों की हत्या में मनीष का रोल सिर्फ इतना ही नजर आ रहा है। अब सवाल उठता है कि आखिर मनीष ने ऐसा कदम उठाया क्यों। आखिर क्यों उसे फांसी पर लटकना पड़ा। इसका सुराग उसकी पत्नी ही दे सकती है। ऐसे में पुलिस को संगीता से पूछताछ का इंतजार है। चूंकि घटना के बाद से संगीता की हालत बदहवाश हो गई है। ऐसे में अभी पुलिस उससे कोई पूछताछ कर नहीं पाई है।
पत्नी को क्यों नहीं मारा
घटना की तफ्तीश में जुटी पुलिस के सामने ये सवाल नाच रहा है कि जब मनीष ने बेटियों की हत्या की, खुद आत्महत्या की तो फिर पत्नी को क्यों नहीं मारा। मनीष इतना तो समझ ही रहा होगा कि उसके मर जाने के बाद पत्नी का क्या हाल होगा। आखिर उसका भरण पोषण कौन करेगा। वह किसके सहारे अपना बचा जीवन गुजारेगी। इन सवालों के जवाब में या तो मनीष को खुद इतना आत्मघाती कदम नहीं उठाना था या फिर उसे परिवार और अपने साथ पत्नी को भी मार देना था। पत्नी का जिंदा बच जाना पुलिस को किसी नतीजे पर पहुंचने नहीं दे रहा है।

9 बजे सुबह मनीष घर से निकला।
1 बजे मनीष ने पत्नी को फोन किया।
2.30 बजे दूधवाला घर पहुंचा।
3 बजे पत्नी संगीता को घटना का पता चला।
3.10 पर पुलिस घर पहुंची। दरवाजा तोड़ा गया।

इन बिंदुओं पर हो रही जांच
- मनीष ने बेटियों को क्यों मारा।
- बेटियों की हत्या के बाद खुद फांसी क्यों लगाई।
- क्या मनीष नशे का आदी था।
- कहीं कामकाज के तनाव में तो नहीं कर दी हत्या।
- पत्नी से किस बात को लेकर होता था झगड़ा।
- कहीं आशनाई का तो मामला नहीं।
- कहीं मनीष कर्ज से तो नहीं था परेशान।
- क्या बेटे की चाहत अधूरी रहने पर उठाया कदम।
- बेटियों को मारा, खुद फांसी लगाई तो पत्नी को क्यों नहीं मारा।