प्रदेश नेतृत्व के आह्वान का नहीं दिखा असर

सर्राफा व्यापारियों के साथ हो रही घटना से व्यापारियों में आक्रोश

ALLAHABAD: मथुरा में सरेशाम दो सर्राफा कारोबारियों की हत्या व लूटपाट की घटना से पूरे प्रदेश के सर्राफा कारोबारी आक्रोशित हैं। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने और व्यापारियों की सुरक्षा का दबाव प्रदेश सरकार पर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन ने पूरे प्रदेश में शुक्रवार को बंदी का आह्वान किया। प्रदेश के अन्य शहरों में जहां सर्राफा बाजार बंद रहे, वहीं इलाहाबाद में पूरा मार्केट खुला रहा। बंदी का बिल्कुल असर नहीं दिखा। इसका कारण सर्राफा एसोसिएशन के स्थानीय व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के बीच सामंजस्य न होना बताया जा रहा है।

व्यापारियों में रहा आक्रोश

उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद गुंडों, बदमाशों व माफियाओं से मुक्ति मिलने की संभावना जताई जा रही थी। जिससे व्यापारी भी यही उम्मीद लगाए बैठे थे कि अब वे चैन के साथ व्यापार कर सकेंगे। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। मथुरा में पिछले दिनों सरेशाम एक सर्राफा कारोबारी की दुकान पर आधा दर्जन बदमाशों द्वारा किए गए हमले में दो सर्राफा कारोबारियों की हत्या कर लूटपाट की घटना से पूरे प्रदेश के सर्राफा कारोबारियों में जहां आक्रोश है। वहीं अपनी सुरक्षा को लेकर भय भी है। उत्तर प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के आह्वान के बाद भी इलाहाबाद की सर्राफा मंडी खुली जरूर रही, लेकिन व्यापारियों ने सर्राफा कारोबारियों के साथ हो रही घटनाओं पर आक्रोश जताया।

सर्राफा कारोबारियों में अपनी सुरक्षा का भय बना हुआ है। सर्राफा एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीय नेताओं की मनमानी की वजह से शुक्रवार को इलाहाबाद का सर्राफा बाजार बंद नहीं हो सका। प्रदेश स्तर से जानकारी ही देर शाम को दी गई। अब अचानक से सब कुछ कैसे मैनेज हो सकता है। इसलिए दुकानें खुली रही।

कुलदीप सोनी

अध्यक्ष, प्रयाग सर्राफा मंडल

सर्राफा कारोबारियों की हत्या के विरोध में प्रदेश भर की सर्राफा मंडी और दुकानों को बंद करने की सूचना तो थी। लेकिन, लखनऊ कार्यालय से कोई लिखित आदेश नहीं आने की वजह से इलाहाबाद में बंदी नहीं हो सकी।

विजय अरोरा

प्रयाग व्यापार मंडल