प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इस पर विभागीय अधिकारियों ने कहा कि होली से पहले खोवा मंडी में कैंप लगाकर सभी का पंजीकरण कराया जाएगा। जिससे त्योहार पर मिलावटखोरी पर लगाम लगाई जा सके।
इसके अलावा विभाग ने व्यापारियों को तमाम जरूरी दिशा निर्देश भी दिए।

पंजीकरण और ट्रेनिंग का बताया महत्व
बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रयागराज के समस्त मिठाई निर्माता एवं विक्रेता को फूड विभाग द्वारा जागृत एवं निर्देशित करना था। सहायक आयुक्त द्वितीय ममता चौधरी द्वारा व्यापारियों को पंजीकरण एवं ट्रेनिंग का महत्व बताया गया। इसके साथ ही फूड सेफ्टी ऑफिसर रत्नेश द्वारा दुकानों में साफ-सफाई एवं रखरखाव के बारे में विशेष जानकारी दी गई। इस मीटिंग में संगठन के अध्यक्ष अग्रवाल, महामंत्री रोहित केसरवानी, कोषाध्यक्ष अंकित गुप्ता, मंत्री संजय कुशवाहा एवं संगठन के फाउंडर इंदर मध्यान्ह और श्रीनारायण दास जायसवाल के साथ 25 से ज्यादा व्यापारी सम्मिलित हुए। इस बैठक में व्यापारियों द्वारा खोवा के सप्लायर का पंजीकरण कराने की विशेष मांग की गई जिस पर फूड विभाग द्वारा आश्वस्त किया गया की खोवा मंडी में इसके लिए विशेष कैंप लगवा कर पंजीकरण किया जाएगा.फूड विभाग द्वारा इस बैठक में एक पुस्तिका भी जारी की गई जिस पर फूड्स सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड मेंटेनेंस के बारे में विशेष जानकारियां दी गई हैं।

एक दर्जन दुकानों से लिया गया सैंपल
इस बीच मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा अभियान चलाकर एक दर्जन दुकानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेेजा गया। इस दौरान झलवा, सिरसा मेजा, बहरिया, चौफटका, ओल्ड कटरा, शांतिपुरम, नीवा रोड, अल्लापुर आदि एरिया की दुकानों से संदेह के आधार पर मिश्रित दूध, भैंस का दूध, खोवा, गाय का दूध, फुल क्रीम मिल्क, दही, पनीर आदि का सैंपल लिया गया। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय ममता चौधरी ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की जाएगी।