- जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर सपा के साथ मिल कर हो सकते हैं काबिज

- सपा को 11, कांग्रेस को 9, बसपा को छह, भाजपा को तीन सीट पर मिली कामयाबी

PRATAPGARH (JNN): जिला पंचायत चुनाव में सूबे के कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का वर्चस्व कायम रहा। चुनाव मैदान में उतरे राजा भैया के 17 प्रत्याशियों में से 16 कामयाबी पाने में सफल रहे। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के इलाके में उनका जादू चला। 10 में सात सीटों पर उनके प्रत्याशी विजयी रहे। राजा भैया के प्रत्याशियों के अलावा 11 सीटों पर समाजवादी पार्टी, प्रमोद के इलाके के प्रत्याशियों को जोड़ कर कांग्रेस को नौ सीट, बसपा को छह व भाजपा को 3 सीटों पर कामयाबी मिली है। फिलहाल अध्यक्ष की सीट पर राजा भइया व सपा समर्थित प्रत्याशी के जीतने की संभावना खासी बढ़ गई है।

17 में 16 को मिली जीत

जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना मोहरा बैठाने के लिए पिछले दो दशक से राजा भैया, प्रमोद तिवारी, मोती सिंह की सक्रियता बढ़ी है। इसके लिए अधिक से अधिक अपना प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य जिताने को चुनाव घोषित होते ही गणित बैठाई जाने लगती है। राजा भैया ने अपने इलाके के चारों ब्लाकों कुंडा, बाबागंज, बिहार, कालाकांकर की 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारा था। इसमें से पहले ही 11 निर्विरोध निर्वाचित हो चुके थे। जिन छह सीटों पर चुनाव हुआ, उसे से बिहार पंचम सीट छोड़ कर अन्य पांच सीटों पर राजा भैया समर्थित प्रत्याशी चुनाव जीतने में कामयाब रहे। बिहार पंचम सीट पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी ठाकुर प्रकाश सिंह ने राजा भैया समर्थित प्रत्याशी क्षीर सागर तिवारी को शिकस्त दिया।

सदर द्वितीय से निर्वाचित अनिल सिंह लाल साहब एमएलसी गोपालजी के प्रतिनिधि हैं। जबकि तृतीय से निर्वाचित पूर्व प्रमुख विनय सिंह राजा भैया के खेमे के ही है। इन दोनों के अलावा सदर, देवसरा, मंगरौरा, शिवगढ़, सड़वा चंद्रिका, गौरा ब्लाक से सपा के नौ प्रत्याशी और जीते हैं। इस तरह राजा भैया के प्रत्याशियों को छोड़ कर सपा को 11 और सीटों पर कामयाबी मिली है।

प्रमोद ने बचाई साख

कांग्रेसी दिग्गज प्रमोद तिवारी ने अपने प्रभाव वाले तीन ब्लाकों लालगंज, सांगीपुर, रामपुर संग्रामगढ़ की 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारा था, इसमें से संग्रामगढ द्वितीय सीट से पहले ही उनकी रिश्तेदार निर्विरोध निर्वाचित हो गई थी। अन्य 9 सीटों में से छह पर उनके प्रत्याशी चुनाव जीत गए। दो सीट सपा के पाले में चली गई। इसके गौरा द्वितीय सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। भाजपा को बिहार पंचम, देवसरा प्रथम, शिवगढ़ तृतीय सीट पर ही कामयाबी मिल सकी है। जबकि बसपा को महज छह सीटों पर संतोष करना पड़ा है। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद मौर्य के अलावा बसपा जिलाध्यक्ष लालचंद्र गौतम के अनुसार उनकी पार्टी से पट्टी प्रथम से इजहार खान, मंगरौरा द्वितीय से रामदेव वर्मा, चतुर्थ से ओम प्रकाश मौर्य, मांधाता द्वितीय से उमेश पासी, तृतीय से मोहम्मद आरिफ निर्वाचित हुए है।

जोड़तोड़ शुरू

जिला पंचायत सदस्य का नतीजा आने के बाद ही अध्यक्षी को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। जिला पंचायत में 61 सीटें है यानी अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने के लिए 31 सदस्यो् की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में राजा भैया मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं। 16 तो राजा भैया के प्रत्याशी जीते हैं और सपा के 11 प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए हैं। दोनों संख्या मिलाकर 27 हो गई यानी अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने के लिए सिर्फ चार और सदस्यों की जरूरत पड़ेगी। आधा दर्जन ऐसे निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते हैं, जो राजा भैया के ही संपर्क में रहते हैं। फिलहाल इस समय समीकरण राजा भैया के पाले में दिख रहा है।