-थानों में कोरोना पॉजिटिव मिल रहे जवानों को देखने-सुनने के बाद भी जिम्मेदार सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं

-अधिकांश थानों पर कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था दम तोड़ चुकी है

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: थानों में तैनात जवानों की कोरोना से सुरक्षा को लेकर खींची गई लकीर मिट चुकी है। बनाए गए कोरोना हेल्प डेस्क की व्यवस्था भी दम तोड़ चुकी है। जवान तो दूर थानों में बाहरी व्यक्तियों की भी थर्मल स्कैनिंग नहीं हो रही। कोरोना से सेफ्टी को लेकर जारी गाइड लाइन यहां दम तोड़ चुकी है। शायद यही वजह है कि थानों में जवानों के कोरोना पॉजिटिव होने की तादाद बढ़ती जा रही है। हैरत की बात यह है कि इन सब के बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। अफसरों की उपेक्षा से डल हुई व्यवस्था का खामियाजा जवान भुगत रहे हैं। सोमवार को कई थानों का दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में यही हालात सामने आए।

थानों में नहीं है क्वारंटीन रूम

कोरोना अटैक शुरू होते ही जिले सभी थानों में थर्मल स्कैनर से लेकर ग्लब्स, मास्क और सेनेटाइजर दिए थे। शुरुआती दौर में थानों में कोरोना हेल्प डेस्क खोले गए। डेस्क पर तैनात कर्मचारी को सख्त निर्देश थे कि वे आने वाले सभी जवानों व व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग करें। कुछ दिनों तक यह व्यवस्था चली। इसके बाद दम तोड़ गई। यदि थाने पर जवानों की थर्मल स्कैनिंग हो रही होती तो अब तक पाजिटिव मिले जवानों की संख्या शायद कम होती। एडीजी ने निर्देश दिए थे कि रोज सभी जवानों की थर्मल स्कैनिंग की जाय। आदेश यह भी कि क्वारंटीन के लिए थानों पर एक रूम अलाट किया जाय। किसी भी थाने पर क्वारंटीन रूम तो दूर थर्मल स्कैनिंग तक नहीं कराई जा रही। यही वजह है कि पाजिटिव व बदन का तापमान बढ़ने के बावजूद जवान काम करते रहते हैं। उन्हें इस बात का पता जब चलता है तो देर हो चुकी होती है।

स्पॉट-1 कर्नलगंज थाना

समय: 2 बजे

थाने पर पहुंचे रिपोर्टर ने देखा कि हेल्प डेस्क की टेबल गायब है।

सभी अपने-अपने तरीके से काम निपटा रहे हैं, पूछने पर कुछ ने बताया कि सेनेटाइजर सब के पास है

इस थाने में बाहर से आने वालों की तो दूर खुद जवानों की भी थर्मल स्कैनिंग नहीं करवाई जा रही है

स्पॉट-2 जार्जटाउन थाना

समय: 2.30 बजे

यहां पर भी हेल्प डेस्क बंद मिला, जब डेस्क ही नहीं तो थर्मल स्कैनिंग व अन्य चीजें कैसे होंगी?

हालांकि शुरुआती दौर में जार्जटाउन थाने पर कोरोना की बराबर चेकिंग की जा रही थी, काफी दिनों से यहां भी कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था ठप है

स्पॉट- 3 दारागंज थान

समय: 3 बजे

यहां इंस्पेक्टर बरामदे में बैठे हुए थे, इस थाने में भी कोविड हेल्प डेस्क नजर नहीं आया

सेनेटाइलर की एक बॉटल नजर आई पर उसमें सेनेटाइजर खत्म हो चुका था, दोबारा उसमें फिल नहीं किया गया।

स्पॉट-4 कीडगंज थाना

समय: 4 बजे

इस थाने में कोविड हेल्प डेस्क अब भी है, डेस्क पर थर्मल स्कैनर भी नजर आया।

लेकिन लोग बेरोक-टोक आते-जाते रहे। किसी भी इस दौरान चेकिंग नहीं की गई।

कब बात करवाएंगे पीआरओ साहब?

थानों पर कोविड हेल्प डेस्क की मिली दशा को लेकर एसएसपी का पक्ष जानने के लिए उनके सीयूजी नंबर पर कई बार कॉल की गई। हर बार उनके पीआरओ ने कॉल रिसीव किया। कभी साहब व्यस्त हैं तो कभी बात करवाते हैं की बात करते रहे। रात आठ बजे फिर कॉल किए जाने पर एसएसपी का सीयूजी नंबर रिसीव ही नहीं हुआ।