प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आमरण अनशन पर बैठे छात्र छात्र नेता अजय यादव सम्राट, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, सिद्धार्थ कुमार गोलू को नीरज कुंदन ने माला पहनाया और आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। छात्र-छात्राओं से मुखातिब होते हुए कहा कि सबसे पहले मैं भी एक छात्र हूं। इस नाते जानता हूं कि गरीब छात्रों की समस्या क्या है। मोदी सरकार नहीं चाहती कि गरीबों वंचितों के बच्चे पढ़ लिख कर समाज की मुख्यधारा में आएं। सरकार लगातार शिक्षा के व्यवसायीकरण और बाजारीकरण काम कर रही है। इसके खिलाफ शुरू हुई यह लड़ाई इलाहाबाद से दिल्ली तक लड़ी जाएगी। कहा कि, इससे पहले भी हम दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन कर चुके हैं आगे से हम सड़क से लेकर सदन तक लडऩे का काम करेंगे।
छात्राओं ने भी मोर्चा खोला
फीस वृद्धि के खिलाफ विश्वविद्यालय की छात्राओं ने भी मोर्चा खोल दिया है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉक्टर रिचा सिंह के नेतृत्व में छात्राओं ने कक्षाओं में जाकर कैंपेनिंग की लोगों को जागरूक किया। इसके बाद कैंपस में मार्च निकाला गया। मार्च निकालने के बाद आमरण अनशन पर बैठे छात्रों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि अब इस लड़ाई में हम लोग भी अपने भाइयों के साथ हैं। इनको कुछ भी होता है तो सबसे पहले हम छात्राएं मोर्चा संभालेंगी और विश्वविद्यालय प्रशासन के ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे। आमरण अनशन पर बैठे एक छात्र अजय पांडे बागी की 8वें दिन अचानक तबीयत खराब हो गई। आनन-फानन में उन्हें बेली अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। इस दौरान छात्र नेता हरेंद्र यादव, नवनीत यादव, मसूद अंसारी, सत्यम कुशवाहा, विजय कांत यादव, राहुल पटेल, जितेंद्र धनराज, अनुराग, आदर्श भदौरिया, राहुल सरोज, आयुष प्रियदर्शी, गौरव गौंड, चंद्रशेखर चौधरी, शिवबली यादवआकाश, सुधीर क्रांतिकारी, अभिषेक यादव, आनंद सांसद आदि लोग उपस्थित रहे।